मध्य प्रदेश के सतना जिले में ऑनलाइन कक्षा के दौरान मोबाइल फोन फटने से 15 वर्षीय छात्र घायल हो गया। नागौद पुलिस थाने के निरीक्षक आरपी मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया कि यह घटना सतना जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर चंदकुइया गांव में बृहस्पतिवार दोपहर को हुई।

उन्होंने कहा कि कक्षा आठवीं का छात्र रामप्रकाश भदौरिया अपने घर से ऑनलाइन कक्षा में शामिल हुआ था और इसी दौरान फोन फट गया,जिससे उसके जबड़े में चोटें आई हैं। मिश्रा ने कहा कि छात्र को तुरंत सतना जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए जबलपुर रेफर कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि जब यह घटना हुई तब वह अपने घर पर अकेला था और उसके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य काम पर गए थे, लेकिन धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि रामप्रकाश के पड़ोसी उसकी मदद के लिए दौड़ते हुए पहुंचे।

हालांकि, इस घटना में कौन सा मोबाइल फटा? फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पर यह इस तरह का कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले वन प्लस और पोको के स्मार्टफोन ब्लास्ट हो चुके हैं। आइए जानते हैं कि आखिरकार स्मार्टफोन फटते क्यों हैं और इस तरह की घटना से कैसे बचा जा सकता है:

स्मार्टफोन ब्लास्ट होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट, बैट्री को होने वाला नुकसान, थर्ड पार्टी (सस्ते/नकली) चार्जर, हद से अधिक चार्जिंग (ओवरनाइट चार्जिंग), प्रोसेसर पर अत्यधिक लोड पड़ना, फोन का लगातार सूर्य की रोशनी में रहना, बैट्री के पानी के संपर्क में आ जाना आदि शामिल हैं।

अगर आपके फोन की बैट्री फूलने लगे या फिर हल्की सी अजीब से आवाज करने लगे तब ये सामान्य चेतावनी के संकेत हैं कि आपकी बैट्री डैमेज हो चुकी है। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि आप फर्स्ट-पार्टी/ओरिजिनल चार्जर का इस्तेमाल कर रहे हों, जबकि अत्यधिक चार्जिंग से बचें। यही नहीं, फोन को पानी से दूर रखें। यह चीज तब और जरूरी हो जाती है, जब आपका वाटर-रेसिस्टेंट नहीं है। हद से ज्यादा गर्म हो जाने पर भी फोन को चार्ज न करें और चार्ज करते समय इसे तकिए के नीचे या सिर के पास कहीं भी रखें।