देश की दिग्गज कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने कहा है कि एसयूवी गाड़ियों के अपने बेड़े को मजबूत करने के लिए वह ‘जिमनी’ ब्रांड को भारत में लाने पर विचार कर रही है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बारे में ग्राहकों की प्रतिक्रियाओं का आकलन किया जा रहा है।
एमएसआई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हमने इसे ऑटो एक्सपो-2020 में प्रदर्शित किया था। इसके बारे में ग्राहकों से काफी अच्छी प्रतिक्रियाएं मिलीं। हम इनका अध्ययन कर रहे हैं और उसके बाद निश्चित ही इस बारे में विचार करेंगे कि इस उत्पाद को यहां लाया जा सकता है या नहीं।’’
उन्होंने कहा कि यह एसयूवी छोटी जरूर है, लेकिन ग्राहकों का एक वर्ग इस तरह का वाहन चाहता है। श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘एसयूवी के बाजार में हमारी हिस्सेदारी करीब 13-14 प्रतिशत है। एसयूवी खंड के शुरुआती वाहनों की श्रेणी में, नई गाड़ियों के बावजूद विटारा ब्रेजा सबसे ज्यादा बिकने वाला वाहन है।’’
तीन दरवाजों वाली जिमनी गाड़ी का विनिर्माण कंपनी के गुरुग्राम संयंत्र में किया जाता है जहां से इसे पश्चिम एशिया और अफ्रीका के बाजारों में निर्यात किया जाता है। आकार में छोटी यह कार मुश्किल रास्तों को आसानी से नापने के लिए मशहूर है। जिमनी पिछले 50 वर्ष से वैश्विक बाजार में है।

फॉक्सवैगन को ‘सेकंड हैंड’ कारों की बिक्री दोगुना होने की उम्मीदः जर्मन कार कंपनी फॉक्सवैगन को इस साल भारतीय बाजार में अपनी पुरानी यानी सेकंड हैंड कारों की बिक्री का कारोबार दोगुना होकर 20,000 इकाइयों तक पहुंचने की उम्मीद है। फॉक्सवैगन पैसेंजर कार्स इंडिया के ब्रांड निदेशक आशीष गुप्ता ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि पुराने वाहनों के प्रति ग्राहकों के बदलते रुझान को देखते हुए कंपनी को अपनी पुरानी कारों की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।
गुप्ता ने कहा, ‘‘पिछले दो वर्षों में ग्राहकों के रुझान में एक बदलाव यह आया है कि अब वे परिवार में एक से अधिक गाड़ियां चाहते हैं। दरअसल परिवार के सदस्यों के आवागमन के लिए अलग-अलग वाहन की जरूरत महसूस की जा रही है। ऐसी स्थिति में जो लोग एक और वाहन लेने की क्षमता रखते हैं उनके अतिरिक्त वाहन खरीदने की संभावना है।’’
गुप्ता ने कहा कि नए खरीदारों का बाजार में आना एक चुनौती है और इसी के साथ आवागमन के लिए निजी वाहन की बढ़ती जरूरत पुरानी कारों की मांग बढ़ाने का काम कर रही है। फॉक्सवैगन ने पुराने वाहनों के बाजार में वर्ष 2012 में प्रवेश किया था। इसके लिए उसने ‘दास वेल्ट ऑटो ब्रांड’ शुरू किया था।