Mukesh Ambani launches reliance intelligence: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की सालाना आम बैठक में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंटेलिजेंस नाम क एक नई पूरे मालिकाना वाली सहायक कंपनी की घोषणा की। यह नया AI प्लेटफॉर्म, बड़े पैमाने पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराएगी। अरबपति कारोबार ने AGM में कहा कि रिलायंस इंटेलिजेंस हर किसी के लिए, हर जगह AI को सुलभ बनाएगी।

मुकेश अंबानी ने कहा, “एक दशक पहले डिजिटल सर्विसेज रिलायंस के लिए नए ग्रोथ इंजन के रूप में उभरी थीं। अब हमारे सामने AI के साथ उतना ही बड़ा, बल्कि उससे भी बड़ा अवसर है। जियो ने वादा किया था कि हर जगह और हर भारतीय तक डिजिटल पहुंचाएगा और उसने यह कर दिखाया। उसी तरह, रिलायंस इंटेलिजेंस का वादा है कि यह हर जगह और हर भारतीय तक AI पहुंचाएगा।”

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नए इनिशिएटिव के तहत, कंपनी गीगावॉट-स्तरीय AI-रेडी डाटा सेंटर्स बनाएगी, जिन्हें ग्रीन एनर्जी से संचालित किया जाएगा। अंबानी ने कहा कि ये डाटा सेंटर्स राष्ट्रीय स्तर पर AI ट्रेनिंग और इन्फरेंस के लिए तैयार किए जाएंगे।

अंबानी के मुताबिक, रिलायंस इंटेलिजेंस चार प्रमुख मिशनों के साथ स्थापित की गई है:

भारत की अगली पीढ़ी की AI इंफ्रास्ट्रक्चर की मेजबानी करना।

वैश्विक साझेदारियों को बढ़ावा देना।

भारत के लिए AI सेवाएं तैयार करना।

AI टैलेंट को पोषित और विकसित करना।

RIL प्रमुख ने कहा कि जामनगर में गीगावाट-स्केल, एआई-रेडी डेटा सेंटर पर काम पहले ही शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि सुविधाएं भारत की बढ़ती जरूरतों के अनुरूप चरणों में वितरित की जाएंगी जो कि रिलायंस के नए ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र और प्रशिक्षण और अनुमान के लिए कस्टम-निर्मित एआई द्वारा संचालित होगी।

इसके अलावा, रिलायंस इंटेलिजेंस ग्लोबल साझेदारी को भी बढ़ावा देगा। दुनिया भर से बड़ी तकनीक को ओपन-सोर्स कम्युनिटीज में एक साथ लाएगा। अंबानी ने कहा कि यह पहल उपभोक्ताओं, छोटे व्यवसायों और कारोबारियों के लिए विश्वसनीय, इस्तेमाल में आसान एआई सेवाएं और शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और कृषि जैसे क्षेत्रों के लिए सॉल्यूशन ऑफर करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि सेवाएं हर भारतीय के लिए बड़े पैमाने पर विश्वसनीय और सस्ती होंगी।

घोषणा के दौरान, अंबानी ने कहा कि रिलायंस इंटेलिजेंस विश्व स्तरीय शोधकर्ताओं, इंजीनियरों, डिजाइनरों और प्रोडक्ट बनाने वालों के लिए एक हब बनाएगा। उनके अनुसार, यह रिसर्च की गति को इंजीनियरिंग की कठोरता के साथ जोड़ देगा ताकि “आइडियाज, इनोवेशन और ऐप्लिकेशन बन जाएं जो दुनिया को सॉल्यूशन ऑफर करें।”