Aarogya Setu India COVID-19 Tracker App: सरकार ने सोमवार को आरोग्य सेतु डेटा एक्सेस और नॉलेज शेयरिंग प्रोटोकॉल को जारी किया है। इसके अनुसार, एप का उपयोग करने वाले यूजर का पर्सनल डेटा (कॉन्टैक्ट और लोकेशन) 180 दिन बाद स्थायी रूप में डिलीट हो जाएगा। बता दें कि जिस भी दिन से डेटा एकत्रित हुआ है उसके ठीक 180 दिन बाद डेटा डिलीट हो जाएगा और डेटा का इस्तेमाल केवल हे स्वास्थ्य से जुड़े उद्देश्य के लिए ही होगा।

प्रोटोकॉल को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology) द्वारा जारी किया गया है। इसमें जिक्र किया गया है कि नेशनल इंफार्मेटिक्स सेंटर केवल उन्हीं रिस्पांस डेटा को कलेक्ट करेगा जो उपयुक्त हेल्थ रिस्पांस के लिए जरूरी होगा।

आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि अभी प्राइवेसी पॉलिसी के अनुसार, एप कोविड 19 मरीज के ठीक होने के 60 दिनों बाद तक डेटा सुरक्षित रखने की इज़ाजत देता है। वहीं अन्य एप यूजर की निजी जानकारी सर्वर से 45 दिनों बाद डिलीट हो जाएगी।

नए प्रोटोकॉल के बाद एप यूजर को इस बात का अधिकार मिल गया है कि वह निजी जानकारी डिलीट कराने के लिए अनुरोध करा सकेंगे। अनुरोध के 30 दिनों के भीतर निजी जानकारी को डिलीट करना होगा।

गौर करने वाली बात यह है कि नए प्रोटोकॉल के अनुसार, डेटा को केवल सरकार और उन एजेंसियों के साथ शेयर किया जा सकता है जिनके पास डेटा को एक्सेस करने की इज़ाजत है। डेटा का इस्तेमाल केवल उसी उद्देश्य के लिए किया जा सकेगा जिस कारण डेटा को साझा किया गया है।

नेशनल इंफार्मेटिक्स सेंटर आरोग्य सेतु द्वारा डेटा को एकत्र करने, प्रोसेसिंग और मैनेज करने के लिए जिम्मेदार है। अब तक 9.82 करोड़ भारतीयों ने इस एप को अपने फोन में डाउनलोड किया है। एनआईसी उन सभी एजेंसियों की सूची भी बनाएगी जिनके साथ डेटा को शेयर किया जा रहा है।

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