Aarogya Setu App: भारत सरकार के Corona ट्रैकिंग ऐप आरोग्य सेतु को हाल ही में सभी सरकारी और निजी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। कोविड-19 कंटेनमेंट ज़ोन में रह रहे लोगों के लिए भी आरोग्य सेतु को अनिवार्य किया गया है। एक तरफ एप डाउनलोड नहीं करने पर सजा भी हो सकती है तो वहीं दूसरी ओर आरोग्य सेतु एप को लेकर इन दिनों कुछ सवाल खड़े हो रहे हैं, आइए जानते हैं।

क्या है Aarogya Setu?

आरोग्य सेतु का मतलब है ब्रिज ऑफ हेल्थ। इस ऐप का उद्देश्य इस बात की जानकारी देना है कि आप जाने-अनजाने किसी कोरोना वायरस (COVID-19) संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं या नहीं।आरोग्य सेतु का सपोर्ट अभी 11 भाषाओं में यूजर्स के लिए उपलब्ध है।

इसमें अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी, गुजराती, बंगाली, तमिल समेत कुछ अन्य भाषाओं के लिए सपोर्ट शामिल है। ऐप फोन लोकेशन और ब्लूटूथ सेंसर की मदद से यूजर की मूवमेंट को डिटेक्ट करता है। यह यूजर को ट्रैक कर संक्रमित लोगों के संपर्क में आने पर नोटिफाई करता है।

Aarogya Setu App How does it work

रजिस्ट्रेशन पर यूजर को अपनी निजी जानकारी जैसे कि नाम, उम्र, फोन नंबर और पिछले 30 दिनों में कौन-कौन से देशों से होकर आए हैं आदि जानकारी मांगी जाती है। सेल्फ-असेसमेंट फॉर्म में पूछे गए सवालों के जवाब के आधार पर एप आपको रिस्क के बारे में जानकारी देता है।

यदि किसी भी व्यक्ति ने सेल्फ-असेसमेंट फॉर्म में सही और सटीक जानकारी दर्ज की होगी तो इसके बाद यदि कोई भी संक्रमित व्यक्ति आपके 10 मीटर के दायरे में भी आता है तो दोनों ही यूजर को नोटिफिकेशन अलर्ट मिलेगा।

कम से कम 27 देशों में कोरोना ट्रैकिंग ऐप हैं और इनमें से कम से कम 10 को सरकार से मंजूरी मिली हुई है। अधिकारियों का कहना है कि सिंगापुर और दक्षिण कोरिया में मृत्यु दर कम होने का कारण यह है कि उनके ट्रैकिंग ऐप्स सफलतापूवर्क काम कर रहे हैं।

क्या है समस्याएं

ऐप को सही से काम करने के लिए ब्लूटूथ और जीपीएस को ऑन रखने की जरूरत होती है। एक बार रजिस्टर करने के बाद यूजर डीरजिस्टर नहीं कर सकते हैं। एप को अनइंस्टॉल करने से आपका अकाउंट डीरजिस्टर नहीं हो जाएगा।

ऐप की सफलता निर्भर करती है कि यूजर ने सेल्फ-असेसमेंट फॉर्म में पूछे गए सवालों का ईमानदारी से जवाब दिया हो। कुछ समय पहले न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट में कहा गया था कि सेना ने एप डाउनलोड करने से पहले अपने जवानों को आगाह किया था कि पाकिस्तान ने आरोग्य सेतु नाम से मिलते जुलते नाम का एप जिसका नाम आरोग्य सेतु एपीके है तैयार किया है।

क्या हैं गोपनीयता संबंधी चिंताएं?

शनिवार को 45 सिविल सोसाइटी समूहों ने कहा कि लेजिस्लेटिव गारंटी के अभाव में आरोग्य सेतु ऐप द्वारा एकत्र किए श्रमिकों के स्वास्थ्य और उनके मूवमेंट के बारे में संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा का Covid-19 outbreak खत्म होने के बाद भी प्रोफाइलिंग और बड़े पैमाने पर निगरानी के लिए दुरुपयोग किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि एप्लिकेशन कई मायने में अंतरराष्ट्रीय बेस्ट प्रेक्टिस से भटक गया और इसमें कुछ चीजें शामिल हैं जैसे कि इसका अनिवार्य होना, व्यक्तिगत डेटा का बहुत अधिक संग्रह, डेटा को अज्ञातकृत कैसे रखा जाएगा, इस बारे में जानकारी की कमी, नॉन-कोविड हेल्थ रिसर्च के लिए उपयोग की संभावना, लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी द्वारा उपयोग की संभावना आदि।

स्मार्टफोन के लिए तो यह एप उपलब्ध है ही लेकिन अब जल्द इस एप को फीचर फोन के लिए भी जारी किया जाएगा। हाल ही में राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि आरोग्य सेतु ऐप एक जटिल सर्विलांस सिस्टम है। यह प्राइवेट ऑपरेटर के लिए आउटसोर्स है और कोई संस्थागत निरीक्षण नहीं है और ऐसे में डेटा सिक्योरिटी और गोपनीयता संबंधी चिंताएं बढ़ती हैं।

उन्होंने आगे लिखा था कि टेक्नोलॉजी हम सभी को सुरक्षित रखने में मदद जरूर करती है लेकिन बिना लोगों की सहमति के उन्हें ट्रैक करने के लिए डर का फायदा नहीं उठाना चाहिए।

राहुल गांधी के इस ट्वीट के जवाब में रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि हर दिन एक नया झूठ। आरोग्य सेतु लोगों की सुरक्षा करता है और यह एक मजबूत साथी है। एप किसी भी निजी ऑपरेटर से आउटसोर्स्ड नहीं है।

क्या फोन में अन्य डेटा है सुरक्षित?

डिजिटल अधिकार कार्यकर्ता निखिल पाहवा ने कहा, फोन का इस्तेमाल कर जो डेटा हम जेनरेट करते हैं जैसे कि लोकेशन डेटा, एसएमएस हिस्ट्री, कॉल हिस्ट्री आदि रिस्क पर है, यह निर्भर करता है सरकार हमारे फोन से किस तरह का डेटा एकत्रित करना चाहती है।

सरकार पहले ही आरोग्य सेतु के विस्तार को लेकर इस बात की जानकारी दे चुकी है कि वह ई-पास और टेलीमेडिसिन को भी एप में शामिल करना चाहती है। उन्होंने कहा कि एक समस्या यह भी है कि यदि कोई डेटा लीक या डेटा का दुरुपयोग होता है, तो अभी यूजर किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता क्योंकि डेटा कंट्रोलर या ज़िम्मेदार व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

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