महिलाएं आमतौर पर पहनावे और साज-सज्जा को लेकर सतर्क रहती हैं। उन्हें नए चलन के फैशन के बारे में जानकारी रहती है। मगर सिर्फ जानकारी के अनुसार पहनावा या साज-सज्जा की चीजें चुन लेने से व्यक्तित्व में निखार लाना संभव नहीं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि कब कैसा और क्या पहनें, जिससे कामकाज के वक्त भी आसानी रहे और व्यक्तित्व में निखार भी आए, आपकी सुरुचि भी प्रदर्शित हो। पहनावे के चुनाव के बारे में बता रही हैं दीप्ति अंगरीश।

अमूमन महिलाएं फैशन के प्रति सजग होती हैं। तमाम व्यस्तताओं के बावजूद फैशन संबंधी सूचनाओं से वाकिफ रहती हैं। सिर्फ भारत नहीं, दूसरे देशों में कैसे-कैसे फैशन का चलन है, यह भी मालूम रहता है। मगर जानकारी और अपनाने में अंतर होता है। जो फैशन डिजिटल दुनिया में सुपरहिट हो, वह आपके लिए भी सुपरहिट हो, जरूरी नहीं। ऐसे में बेहतर होगा कि फैशन या स्टाइल देखा-देखी नहीं, बल्कि सुविधा के अनुसार तय करें। जब भारतीय फैशन की बात करते हैं, तब सजग होना होगा कि पाचात्य और भारतीय फैशन में व्यापक अंतर है। यह अंतर है संस्कृति और सभ्यता का। आजकल इन दोनों का मिलान यानी ‘इंडो-वेस्टर्न लुक’ अधिक लुभा रहा है। यही वजह है कि भारतीय महिलाओं और लड़कियों के पास अलमारी में सिर्फ सीमित सूट-सलवार, चूड़ीदार, साड़ी या वेस्टर्न के विकल्प नहीं हैं।

डेनिम के साथ मेल
आपको रोजाना ड्रेसअप रहना पसंद है, लेकिन समय की कमी के कारण सिर्फ एक-सी ड्रेस पहनना मजबूरी हो जाती है। ऐसे में डेनिम बेहतर विकल्प है। डेनिम में नयापन लाएं कुर्ती के साथ। कुर्ती के स्टाइल और कट में विविधता रखें। मसलन, स्लिट कुर्ती, लॉन्ग कुर्ती, शॉर्ट कुर्ती, थ्री फोर्थ स्लीव, स्लीवलेस आदि। यानी कुर्ती के साथ मनपसंद रंग की डेनिम पहनें। अगर आपको साड़ी पहनना पसंद, लेकिन काम के समय साड़ी से परहेज करती हैं, तो हाफ साड़ी पहनें। इसके लिए डेनिम, शॉर्ट कुर्ती के साथ दुपट्टा की साड़ी की तरह प्लीटिंग करें। बता दें कि, यह स्टाइल फैशन उद्योग का ताजातरीन स्टाइल है।

प्रिंटेड प्लाजो पैंट
आप आराम के साथ सजीला दिखना चाहती हैं, तो प्रिंटेड प्लाजो पैंट से बेहतर कुछ नहीं। मगर इसमें स्टाइलिंग, फैब्रिक और प्रिंट का खास ध्यान रखना जरूरी है। प्लाजो पैंट में रेयॉन या लिनन फैब्रिक में प्रिंट हो और साथ में सुरुचिपूर्ण छवि देती बटन वाली सादा शर्ट या टॉप हो। यह स्टाइल लड़कियों से लेकर अधेड़ उम्र की महिलाओं पर फबता है। ध्यान रहे प्लाजो में फ्लेयर हो।

कुर्ती के साथ स्कर्ट
आप कुर्ती पहनना पसंद करती हैं, लेकिन चूड़ीदार, सलवार, लेगिंग्स या प्लाजो से उकता गई हैं, तो स्कर्ट पहनिए। यह काफी अलग लुक देगा। स्कर्ट कसी हुई नहीं, फ्लेयर वाली और पूरी या एंकल लेंथ हो। साथ पहनें इंडियन एक्ससरीज, जैसे- झुमके, नोज पिन, नोज रिंग, मोजड़ी आदि। सुरुचिपूर्ण बनाने के लिए प्रिंटेड फ्लेयर स्कर्ट के साथ सादा कुर्ती या दोनों ही सादा रखें और साथ लें प्रिंटेड स्टोल।

फैब्रिक श्रग
पुरानी कुर्तियों से आप उकता गई हैं, तो उनमें नयेपन का मसाला डाल कर आप कुर्ती को नया बना सकती हैं। कुर्ती के साथ श्रग पहनें। पर दोनों ही सूती कपड़े के हों, डेनिम के बिल्कुल नहीं। वरना इस स्टाइल से कुर्ती की लुक बिगड़ जाएगी। ध्यान रहे फैब्रिक जैकेट या श्रग सामने से खुली हो। इसमें वेस्ट से लेकर फुल लेंथ का चलन है।

सादगी वाली जैकेट
गर्मियों में सर्दी वाला अहसास हो, तो मजा आ जाए। नेहरू कट या गोल या चाइनीज कॉलर वाली जैकेट आपकी लुक्स में आत्मविश्वास झलकाती हैं। बस, करना यह है कि इस मौसम में भी लॉन्ग कुर्ती के ऊपर सूती कपड़े से बनी जैकेट पहनिए। इसे कुर्ती के अलावा सूट-पटियाला कुर्ता, कुर्ती के साथ लेगिंग या डेनिम के साथ पहनें। साथ में स्टोल या दुपट्टा नहीं लें, अन्यथा फैब्रिक जैकेट की लुक्स खराब हो जाएगी। यह स्टाइल हर उम्र की महिला पर फबता है।

स्कर्ट से धोती
जब कहीं जाना हो और समझ न आए कि क्या नया पहनें, तो स्कर्ट से धोती बनाने का तरीका काफी लुभाएगा। इसके लिए फ्लेयर स्कर्ट को धोती बनाएं। इसे बनाने के लिए स्कर्ट के निचले हिस्से को स्कर्ट के आगे की तरफ अंदर कर दें और क्राप टॉप के साथ पहनें। आप चाहें तो इसके कंधे की एक तरफ फुलकारी या ब्लॉक प्रिंट या पैच वर्क का दुपट्टा लें। स्कर्ट वाली धोती के नीचे त्वचा से मेल खाती लेगिंग जरूर पहनें।

धोती पैंट
इन दिनों लड़कियां टॉप या टी शर्ट के साथ धोती पैंट पहन रही हैं। आप इसे स्टाइलिश कट, पैटर्न और स्लीव्स और नेक में विविधता लिए शॉर्ट कुर्ती में पहन सकती हैं। साथ ही पारंपरिक ज्वेलरी, कपड़े से बना झोला, कोल्हापुरी चप्पल या मोजड़ी पहनें और बालों को खुला रखें या चोटी बनाएं। यह देसी लुक आपको हट कर दिखाएगा और घंटों काम के समय आरामदायक महसूस करवाएगा।

ओढ़ने का नया अंदाज
इन दिनों दुपट्टा ओढ़ने के कई तरीके हैं। इसे हमेशा कंधों पर ओढ़ने से लगेगा कि फैशन की हवा आप तक नहीं पहुंची है। सूट या कुर्ती में प्रिंट है, तो प्लेन दुपट्टे को गले में लपेटें, ताकि दुपट्टे के दोनों छोर कमर तक आगे की तरफ रहें और गले घुटे नहीं। आजकल तिरछे छोर वाले दुपट्टे, जिन पर रंग-बिरंगे सूती कपड़े से बने टसल और पॉम-पॉम लगे होते हैं।

साड़ी को जगह
हट कर दिखने के लिए अलग-अलग राज्यों की पारंपरिक साड़ियों को वार्डरोब में जगह दें। घर-बाहर जड़ाऊ और कढ़ाईदार साड़ियां आउट आॅफ फैशन हो गई हैं। आप वार्डरोब में प्लेन, चैक और स्ट्राइप साड़ियों को भी जगह दें। ब्लाउज की जगह क्रॉप टॉप को ही तरजीह दें। साथ में जर्मन सिल्वर ज्वेलरी या एंटीक ज्वेलरी पहनें।

रिप्ड जीन्स
कई महिलाएं जीन्स के अलावा कुछ और पहनना नहीं चाहतीं। बस, डेनिम में ताजातरीन फैशन को अपनाएं। नएपन के लिए नए फैशन के अनुरूप शॉर्ट कुर्ती, टी शर्ट के रिप्ड जीन्स पहनें। यह स्टाइल फैशनबल दिखाएगा।

कोर्डिनेट सेट
कोर्डिनेट सेट यानी मैचिंग सेट। यह स्टाइल गृहिणी से लेकर कामकाजी महिलाओं तक पर फबता है। कोर्डिनेट सेट से क्लासी और बोल्ड लुक मिलती है। अगर आप सूट के साथ प्लाजो पहन रही हैं, तो प्लाजो एंकल लेंथ और सूट वाले फैब्रिक से बना हो।

वेस्ट बेल्ट भी
कम पैसों में ट्रेंड अपनाना चाहती हैं, तो बेल्ट पहनें। यह ऐसी एक्ससरीज है कि आपके पहनावे का लुक ही बदल देगी, चाहे आपने इंडियन पहना हो या वेस्टर्न या इंडोवेस्टर्न। रोजाना दिन में पतली बेल्ट पहनें। फिर चाहे आपने साड़ी या फुल लेंथ में राउंड बॉटम वाली कुर्ती ही क्यों न पहनी हो। बेल्ट में कई पैटर्न आते हैं, जैसे शाइनिंग नियॉन रंग की बेल्ट, मैट फिनिश वाली ब्लैक बेल्ट, शिमरी गुंथी हुई बेल्ट, ट्राइबल आर्ट से लेकर विविध राज्यों की कला दर्शाती बेल्ट। कुछ खास मौकों पर स्टोन जड़ित बेल्ट भी पहन सकते हैं।

स्कर्ट प्लाजो
स्कर्ट प्लाजो हट कर दिखने का दमदार विकल्प है। इसके साथ टॉप या पारंपरिक लुक वाली कुर्ती ही पहनें। इसमें सिर्फ फॉलिंग और रिंकल प्रूफ फैब्रिक का चयन करें। ऐसे में काला रंग मुफीद रहेगा। आजकल स्कर्ट प्लाजो के फ्लेयर या मोरी पर शीशो का काम चलन में है। इस आउटफिट को कार्यस्थल पर भी पहन सकते हैं। पर प्रिंटेड स्कर्ट प्लाजो से बॉडी शेप बिगड़ी लगेगी। यह आउटफिट पचास वर्षीय महिला पर भी फबता है।

सजावट पर ध्यान
हमेशा मुश्किल लग रहा है, तो कम से सप्ताह में एक दिन फैशन के अनुरूप सजें। इसमें पहनावे के अनुरूप एक्ससरीज यानी सजावट के सामान पर ध्यान केंद्रित करें। इनमें ट्राइबल ज्वेलरी, मिडी रिंग्स, झुमका, नोज पिन, नोज स्टड नोज रिंग, कोल्हापुरी चप्पल, मोजड़ी, कपड़े का बैग आदि लें। ज्वेलरी जर्मन सिल्वर या चांदी की लें।