घुटनों में दर्द के और भी कई कारण हैं। आज की बदलती खानपान की शैली में यह दोष पैदा हो जाना आम बात हो चली है। इस वजह से भी अनेक परेशानियां पैदा होती हैं।
कारण
जोड़ों के दर्द के कई कारण हो सकते है जैसे गठिया रोग, विटामिन की कमी, कैल्शियम की कमी, शारीरिक कमजोरी आदि। कभी-कभी ठंड के कारण भी दर्द हो सकता है। कोरोना संक्रमण के बाद भी काफी लोगों में जोड़ों का दर्द देखा गया है। बदलते वातावरण की वजह से भी इंसान को कम उम्र में ही जोड़ों के दर्द की परेशानी उठानी पड़ती है। जोड़ों में दर्द आजकल तीस वर्ष की आयु में ही हो रहा है। खासकर घुटनों में दर्द होना आम बात है।
ज्यादा चलने, ज्यादा देर खड़े होने पर, दौड़ने से भी घुटनों के जोड़ों में दर्द महसूस होता है। चलते-चलते बीच में घुटना जकड़ जाता है। बैठने में परेशानी होती है। चौकड़ी मार कर बैठने में अकड़न आ जाती है। जोड़ों में दर्द के प्रमुख कारण हैं- गाउट, चोट, आस्टियोआर्थराइटिस, आस्टीयोमाइलाइटिस, गठिया, टेंडनाइटीस आदि। वजन बढ़ने से भी जोड़ों का दर्द होता है। जोड़ों में दर्द रोजाना या काफी समय के बाद भी हो सकता है। इसमें खुजली, जलन, दर्द, सुन्न होना, गर्माहट जोड़ों में महसूस होना या जोड़ों में कठोरता नजर आती है।
क्या न खाएं
अगर जोड़ों में दर्द रहता है तो कुछ चीजें खाने से परहेज करना चाहिए। रात में चना, भिंडी, अरबी, आलू, खीरा, मूली, दही, राजमा का सेवन नहीं करना चाहिए। दही, चावल, दाल और पालक नहीं खाना चाहिए, क्योंकि दाल और पालक में प्रोटीन अधिक होता है। छिलके वाली दाल का सेवन करने से यूरिक एसिड जमा होने लगता है, जिससे जोड़ों में दर्द होता है। माइक्रोओवन या ग्रिल में बना खाना रोज-रोज खाने से जोड़ों को नुकसान पहुंचाता है। पीठ दर्द की समस्या बढ़ रही है, तो मैदे के पदार्थ का सेवन अधिक न करें।
क्या खाएं
जोड़ों के दर्द में संतुलित आहार पर अधिक ध्यान देना चाहिए। खाने में जैतून का तेल यानी आलिव आयल का इस्तेमाल करना अच्छा होता है। ग्रीन टी पीने से जोड़ों की सूजन कम हो जाती है। खाने में ब्रोकोली का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। साथ में खट्टे फल, फूल गोभी, प्याज, अदरक मशरूम, अनानास, कीवी, पपीता आदि खा सकते हैं।
बचाव
जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए नियमित व्यायाम तथा पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। सुबह की गुनगुनी धूप विटामिन डी का खजाना होती है, धूप में रोजाना बैठना या चलना चाहिए। ठंड के मौसम में विटामिन डी की गोली लेनी चाहिए। लगातार एक जगह कई घंटे बैठना उचित नहीं है। बीच-बीच उठ कर चलना चाहिए। अगर आप खड़े होकर लगातार काम कर रहे हैं तो बीच-बीच में बैठना चाहिए।
घरेलू नुस्खे
मेथी दाने का चूर्ण आधा से एक चम्मच सुबह-शाम गर्म पानी में डाल कर पीने से दर्द में आराम मिलता है। चाहें तो एक चम्मच मेथी दाना एक गिलास पानी में भिगो कर रात भर रख दें और उस पानी को सुबह उठ कर पी सकते हैं। मालिश या सेंक से घुटनों के दर्द में फायदा मिलता है। दस कलियां लहसुन की सौ ग्राम पानी में उबाल कर पीने से दर्द में जल्दी आराम मिलता है। बादाम में पाया जाने वाला ओमेगा थ्री फैटी एसिड सूजन गठिया को कम करने में मदद करता है। इसलिए रोजाना बादाम को रात को पानी में भिगो कर और सुबह खाने से फायदा मिलता है।
सर्दी में ठंडी हवाओं के कारण मांस कोशिकाओं में खिंचाव या दर्द होना शुरू होता है, जिसका कारण है शारीरिक गतिविधि का अभाव। इसलिए सर्दियों में शारीरिक गतिविधियां जारी रखें, जैसे घूमना, टहलना। सर्दियों में जोड़ों में दर्द अधिक होता है, इसलिए दवा और व्यायाम दोनों जरूरी है। जो लोग कोरोना संक्रमित रहे हैं, उन्हें भी जोड़ों का दर्द हो सकता है। जैसे डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों को दर्द होता है वैसे ही कोरोना संक्रमित मरीज को कोविड के बाद जोड़ों में दर्द होता है। इसका हम घर पर ही इलाज कर छुटकारा पा सकते हैं।
इसके लिए रोज व्यायाम करें, ताकि मांसपेशियों की जकड़न दूर हो। सूजन वाली जगह पर बर्फ या गरम कपड़े से सेंकना जरूरी है। ऐसा करने से दर्द से राहत पा सकते हैं। थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहना जरूरी है। फलों का रस या नारियल पानी का सेवन करना चाहिए।
(यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी और जागरूकता के लिए है। उपचार या स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए विशेषज्ञ की मदद लें।)