इन दिनों भजन और गजल गायक अनूप जलोटा और उनकी शिष्या जसलीन मठारू के प्रेम प्रसंग चर्चा में हैं। टीवी धारावाहिक बिग बॉस में जबसे दोनों की अंतरंगता उजागर हुई है, सोशल मीडिया पर जैसे प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। बुढ़ापे के इश्क को भुनाने का यह पहला मौका नहीं है। हिंदी फिल्में बहुत पहले से ऐसा करती आ रही हैं। तीन बूढ़ों की इश्कमिजाजी को फिल्म ‘शौकीन’ में दिखाया गया था, तो फिल्म ‘चीनी कम’ में लड़की के बाप की उम्र से भी बड़े व्यक्ति को इश्क लड़ाते। बुढ़ापे का इश्क नई बात नहीं है। समाज में ऐसे प्रसंग आए दिन देखने को मिलते हैं। इसकी गिरफ्त में कभी कोई राजनेता दिख जाता है, तो कभी कोई साहित्यकार। जब भी ऐसा प्रसंग सामने आता है, तो चर्चा शुरू हो जाती है कि इसके पीछे का मनोविज्ञान क्या है। इसके पीछे की भावनाएं क्या हैं। इस समय जब महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे अहम हैं, सारा देश इन्हें भुला कर जलोटा-जसलीन के प्रेम प्रसंगों की जुगाली में जुटा है। बहुतों का यही कहना है कि इसमें बुराई क्या है। इस प्रसंग पर चर्चा कर रहे हैं सुधीश पचौरी

पैंसठ साल के बुजुर्ग गजल-भजन गायक अनूप जलोटा अट्ठाईस साल की अपनी कथित शिष्या जसलीन मठारू के गाल पर हाथ फिराते दिखते हैं और सोशल मीडिया में आग लग जाती है। और तो और, राखी सावंत हाय हाय करने लगती हैं कि अपनी नातिन की उम्र की लड़की के साथ भी कोई ऐसे संबंध बनाता है? अनूप और जसलीन ट्रोल होने लगते हैं। नैतिक ब्रिगेड निकल आती है और अनैतिक ब्रिगेड से कुश्ती होने लगती है। एक के लिए शर्म की बात है, दूसरे के लिए प्रसन्नता की बात है। देखते-देखते ‘बिग बॉस’ का बारहवां एपीसोड हिट हो जाता है। चैनल बिग बॉस के टुकड़े देने लगते हैं। विवाद पैदा किए जाने लगते हैं।

जसलीन के पिता एक चैनल पर कहते हैं कि यह ठीक नहीं है। वे ऐसे सबंध कभी ‘अलाउ’ नहीं कर सकते। सलमान एक ऑडियो-वीडियो बजाते हैं। जसलीन की आवाज कहती है कि मैं उनकी पार्टनर हूं। पिछले साढ़े तीन साल से उनके साथ डेटिंग कर रही हूं।… जब सलमान अपनी ‘सेक्सिस्ट स्टाइल’ में पूछते हैं कि वे अनूप को कौन-सा फिल्म टाइटिल समर्पित करना चाहेंगी, तो जसलीन सलमान की ही एक फिल्म का नाम लेकर कहती हैं : ‘हम दिल दे चुके सनम’! उधर अनूप मुहब्बत का फलसफा झाड़ने लगते हैं कि मुहब्बत कई तरीके की हो सकती है। मैं नहीं कह सकता कि आई ऐम वेरी मच इन लव!

नैतिकता कोड़ा बरसाने लगती है

एक ओर भजनानंदी बुजुर्ग, दूसरी ओर अठ्ठाईस बरस की युवा शिष्या! गुरु शिष्या का पवित्र संबंध और उसमें ऐसा घटिया लिजलिजा ‘सेक्सिस्ट ऐंगिल’! हाय हाय! ट्रोल कहते हैं : हाय हाय! अब क्या यही कसर बची थी। बिग बॉस को दर्शक जुटाने के लिए और क्या चाहिए? दर्शकों के पास और बहुत कुछ है। देखने को उनके स्मार्ट फोन में पोर्न उपलब्ध है। सेमी पोर्न फिल्में उपलब्ध हैं। यों अपनी हिंदी फिल्में ही सब कुछ दिखा देती हैं, जिनको देख देख मोबाइल दर्शक बोर हो चुका है। पोर्न के मुफ्त दर्शन की कृपा से लपंटायमान युवा जगत को नई लफंगई का औचित्य मिल रहा है। वह सोशल मीडिया पर नैतिक दरोगा बन कर ट्रोल करता है : हाय हाय ये क्या हो रहा है? मीडिया विवाद पैदा करता है। दर्शक बढ़ते हैं। बिग बॉस के प्रायोजकों का विज्ञापन रेट बढ़ जाता है। कमाई बढ़ जाती है और इस बिग बॉस के घर में एक संभव सॉफ्ट पोर्न वाले सीन के इंतजार में दर्शक रात नौ बजे से दस तक इंतजार करने लगते हैं कि देखें तो ये भजनांनदी बुड्ढा अगली हरकत क्या करता है? कहां तक पहुंचता है? क्या इस बार भी पाकिस्तानी मॉडल वीना मलिक जैसा ‘रजाई वाला सीन’ होगा?

इस तरह के ‘टिटिलेटिंग’ (कामोत्तेजक) संवाद और सीन, नए दर्शकों को उकसाते और उत्तेजिक करते हैं और वे अगले सीन के इंतजार में इसे रोज देखते हैं। बिग बॉस की कमाई इसी तरह के मध्यवर्गीय महंगी लपंटता और स्वैराचारी सीनों से होती है। कमाई का एक हिस्सा बिग बॉस के घर में स्पर्धा करने वाले उन्हीं हिस्सेदारों को बांटा जाता है, जिनके जरिए कमाया जाता है। देखने की चीज बिग बॉस द्वारा किया जाता बिजनेस है। उसकी कमाई है। यह बरस में एक बार आने वाला कार्यक्रम है, जिसे लगभग इन्हीं दिनों आना होता है।

जसलीन की आवाज कहती है कि मैं उनकी पार्टनर हूं। पिछले साढ़े तीन साल से उनके साथ डेटिंग कर रही हूं।

सलमान और पटकथा!

इसकी सबसे बड़ी यूएसपी सलमान खान स्वयं हैं। वे सुपर स्टार हैं। उनकी हर फिल्म हिट होती है। उनकी लगभग हर फिल्म दो सौ करोड़ की कमाई करने वाली होती है। उनकी बड़ी ‘फैन फॉलोइंग’ है। बिग बॉस को ‘कंडक्ट’ करने का उनका तरीका लिखी गई पटकथा के हिसाब से चलता है। सलमान को कब, क्या, कैसे कहना है कि दर्शकों को ‘सेक्सिस्ट’ किस्म का मजा आए? कितनी कमर कब मटकानी है? कब ठुमका लगाना है? कब सांकेतिक दुहरे अर्थ वाले शब्दों को बोलना है? कब कामोत्तेजक चाशनी में लपेट कर बात करनी है? कब किसे घर से निकालना है? कब किसे लाना है? किसकी एंट्री कराने से कुछ अधिक दर्शक जुटेंगे? किसकी हरकत से दर्शक बिग बॉस को देखने को उत्सुक होंगे? किस फिल्म का प्रोमो करना है? किसे अंत तक घर में टिकाए रखना है? हीरो-हीरोइनों को कितना स्पेस देना है? कितनी बात करानी है? ये तमाम बातें पहले से पटकथा की तरह लिखी और रटी-रटाई गई होती हैं।

ठलुआ लोगों को अपने माहौल से अलग कर एक नए माहौल में रखा जाता है। शुरू में कुछ लोग चाव से रहने लगते हैं, फिर उनको कहा जाता है कि कहें कि घर को मिस कर रहे हैं और उनको विदा कर दिया जाता है। एंट्री से लेकर विदाई तक सब पहले से तय होता है। घर में रहने वाले क्या बात करेंगे? कौन से कपड़े पहनेंगे? किस तरह आपस में लड़ेंगे झगड़ेंगे? किसकी इमेज कैसी होगी? किसको देखने के लिए कितने नए दर्शक आ सकते हैं? कब किसे बाहर आना है? कब किसे किससे लड़ना है? क्या बोलना है? गाली-गलौज में कहां तक जाना है? दर्शकों को सबसे अधिक समय तक कौन रिझाए रख सकता है? किस फिल्म का प्रोमो करना है? किन हीरो-हीरोइनों की झलक दिखानी है, ताकि लोग उनको देखने निकल पड़ें, सब पहले से तय होता है।

तरह-तरह के खेल

बिग बॉस का मतलब है मार्केटिंग के भीतर मार्केटिंग। बिग बॉस का घर, घर नहीं है मनुष्यों की दुकान है। मनुष्य ही वस्तुओं की तरह रखे हुए रहते हैं। वह एक शोरूम है, जिसमें मनुष्यों की बोली लगती है। वे तरह-तरह के खेल करते हैं। तरह-तरह के टास्क करके अपनी-अपनी जीवनशैली के लिए मार्केट बनाते हैं। यही नहीं, घर की दीवारें, उसके परदे, उसका किचन, उसके सोफे, सोने के कमरे, उसकी कुर्सियां, बेड यहां तक कि बाथरूम भी मार्केटिंग के नमूने होते हैं। अंदर रहने वालों को कपड़े-लत्ते कुछ डिजाइनर अपने तरीके से देते हैं, ताकि लोग पहन कर उस डिजाइनर का प्रचार कर सकें। ट्राली बैग तक कंपनियां अपना प्रचार करने के लिए उनको देती हैं, ताकि उनकी ब्रांड दिख सके।

पांच सितारा जीवन शैली

यह शो एक पांच सितारा जीवन शैली बेचता है। कुछ परजीवी किस्म के लोग उसमें रह कर आपको रहने के सलीके सिखाना चाहते हैं। वे निरे संवेदनहीन, भावशून्य, विचारशून्य, ज्ञानशून्य, पेटूवीर और नितांत स्वार्थलिप्त हैं। हर एक का अपना रेट है। बहुत से ‘पेड’ भी होते हैं। वे अपने पैसे देकर यहां कैमरों में दिखने आते हैं, ताकि आप उनको इसके लिए याद रख सकें और जब उनकी कोई फिल्म या धारावाहिक आए तो आप उनको देखने जा सकें। यह लपंटगीरी का एक लाइव शो है, जिसमें हर चीज एक मनोरंजक टास्क है। जिसने कभी चौके में खाना नहीं बनाया, वह खाना बना कर लड़ता है। जिसने कभी पोंछा नहीं लगाया वह लगा कर खीझता है। उनको ऐसी उपहासास्पद स्थिति में दिखा कर आपका मनोरंजन किया जाता है। यह गले तक खाए-पिए-अघाए ठलुआ लोगों की संस्कृति है।

क्या है असली चुनौती

असली चुनौती, महीने-डेढ़ महीने बिग बॉस के कलह भरे समाज में ‘सर्वाइव’ करने की है। जो अंत तक ‘सर्वाइव’ करता है, वही जीतता है, लेकिन जीतने वाला भी असल में ‘जीतता’ नहीं है, क्योंकि उसका जीतना भी पहले से ‘तय’ होता है। बिग बॉस की अच्छी और टिकाऊ लांचिंग के लिए ही अनूप जलोटा जसलीन मठारू की बेमेल मुहब्बत का विवाद पैदा किया गया है। इसीलिए मीडिया बार-बार इस ‘रिलेशनशिप’ के भाष्य बदल रहा है। जसलीन के पिता ने पहले इस संबंध को नामंजूर किया, फिर वे नरम हो गए। इसी तरह अनूप जलोटा के दोस्त गजल गायक तलत अजीज ने अनूप जलोटा को ‘महान गायक’, ‘महान भजन गायक’, ‘महान कलाकार’ और ‘महान पति’, ‘महान पिता’ होने के कसीदे काढ़े हैं कि उनकी पत्नी जब मृत्यु से जूझ रही थी, तब वे किस कदर उसकी सेवा में लगे रहे और इतने तनाव के बावजूद इतने सामान्य दिखते थे कि देख कर आश्चर्य होता था। ऐसा आदमी किसी से ऐसे सबंध बना ही नहीं सकता।

अगर हम मान लें कि वे ऐसे ही हैं, तो ऐसे ‘महान’ जलोटा का ऐसे तुच्छ प्रसंग के साथ आना और भी घटिया कर्म लगता है। जहां तक गायकी का सवाल है, वे कोई कमाल के गायक भी नहीं। अधिक से अधिक सी ग्रेड के गायक ही माने जाते हैं! यों भी उनकी ‘महानता’ के किस्से एक इजरायली लड़की बहुत पहले सुना चुकी है, जो नेट पर अब भी उपलब्ध है। दक्कन हेरल्ड में पत्रकार सुभाष के झा ने एक सूचना स्रोत के हवाले से लिखा है कि यह सब पहले से ही ‘फिक्स्ड’ है। लिखी हुई पटकथा के अनुसार काम किया जा रहा है। उसी के अनुसार अनूप और जसलीन से डायलाग कहलवाए जा रहे हैं। उनको ये रोल दिया गया है। उनको बता दिया गया है कि उनको कब कब क्या क्या करना है?उन्हें इस बात की हैरत है कि अनूप ऐसा हल्का काम क्यों कर रहे हैं? इसका कारण बिग बॉस का ‘बिजनेस’ है। उसकी कमाई है।

बिग बॉस में बड़े सितारे नहीं आते

बि ग बॉस में बड़े सितारे रहने नहीं आते। उनके पास बहुत काम है। उनका रेट भी बिग बॉस नहीं दे सकता। वे अगर आते हैं तो एकाध एपीसोड में अपना प्रोमो करने आते हैं। उनके चाहने वाले इतने से ही धन्य हो जाते हैं। इस घर में रहने वही आते हैं, जो ठलुए हो गए हैं। जो बड़ा नाम बनते-बनते रह गए हैं। जो टीवी में छोटे-मोटे रोल करते रहते हैं। सीरियलों में काम करते रहते हैं। निचले दरजे के फैशन डिजाइनर या मॉडल होते हैं या सेलीब्रिटीज होते हैं या वे होते हैं जिनको काम मिलना बंद हो गया है, लेकिन जो साल में अपनी किसी न किसी हरकत से मीडिया में बने रहते हैं। इस घर में सामान्य मनुष्य की तरह रहना नहीं होता। हर एक-दूसरे को कम करके, उसे नीचा दिखा कर, उसे हीन बना कर अपने को जीतता दिखाना होता है। यह वह ठलुआ खाता-पीता उच्च मध्यवर्ग है, जो इतना फालतू है कि दिन भर बिस्तर तोड़ता है। दिन भर कपड़े बदलता है। मेकअप करता है। किचन में काम करना जिसे अपनी हैसियत से छोटा काम लगता है, लेकिन खाने में सबसे आगे रहता है।

सारा खेल माया का

एक आनलाइन स्रोत की मानें तो उसके अनुसार एक एपीसोड के लिए सलमान खान को चौदह करोड़ रुपए मिलने हैं। स्रोत बताते हैं कि अनूप-जसलीन को ऐसे रोल में इसलिए लाया गया है ताकि बिग बॉस से युवाओं के साथ ‘सीनियर सिटीजन’ भी जुड़ सकें। इसके लिए अनूप जलोटा को प्रति सप्ताह के हिसाब से पैंतालीस लाख रुपए मिलने हैं। (हिंदी फिल्मों और पंजाबी गानों के आगे आजकल भजन-गजल का बाजार ठंडा है इसलिए यही सही।) इसी तरह बिग बॉस के एक और खिलाड़ी करनवीर को बीस लाख रुपए प्रति सप्ताह मिलने हैं। भारती सिंह को तीस लाख रुपए प्रति सप्ताह मिलने हैं, तो दीपिका कक्कड़ को पंद्रह लाख रुपए मिलने हैं। इसी तरह नेहरा पेंडसे को एक सप्ताह के लिए बीस लाख रुपए मिलने हैं, तो डेनी युगल को (पति पत्नी) पंचानबे लाख रुपए मिलने हैं और एक पूर्व क्रिकेटर को पांच लाख रुपए मिलने हैं। सोचिए कि जो शो हिस्सेदारों को और एंकर को इतनी रकम दे रहा है, उसकी रोज की कमाई कितनी होगी? हमारी ही जेब काट कर हमीं को कामुकता परोस कर बिग बॉस हमारा मनोरंजन करता है और हम इसी में खुश रहते हैं। जब हमें ही अपने लुटने पर कोई आपत्ति नहीं, तो लुटेरा हमें सेमी ‘सेक्सिस्ट’ नशे में मस्त कर क्यों न लूटे?

अनूप जलोटा ने तीन शादियां की थीं

अनूप जलोटा ने तीन शादियां की थीं

1. अनूप की पहली शादी एक गुजराती लड़की सोनाली सेठ से हुई थी। यह शादी उनके परिवार की मंजूरी के बिना हुई थी। दोनों ने भाग कर विवाह किया था। सोनाली सेठ शादी के वक्त संगीत की छात्रा थीं और बाद में एक सक्षम गायिका बनीं। यह जोड़ा संगीत समारोहों में ‘अनूप और सोनाली जलोटा’ के रूप में लोकप्रिय हो गया।

2. अनूप जलोटा की दूसरी शादी उनके माता-पिता ने बीना भाटिया के साथ तय की थी। यह शादी ज्यादा दिन नहीं चली। जल्द ही दोनों का तलाक हो गया।

3. उनका तीसरा विवाह पूर्व प्रधानमंत्री इंदर कुमार गुजराल की भतीजी और फिल्म निर्देशक शेखर कपूर की पहली पत्नी रह चुकीं मेधा गुजराल से हुआ था। अनूप और मेधा का एक बेटा है- आर्यमान, जिसने प्रिंसटन विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। 25 नवंबर, 2014 को मेधा जलोटा की मृत्यु किडनी प्रत्यारोपण के बाद दिल के दौरे के कारण न्यूयॉर्क के एक अस्पताल में हो गई थी।

4. अनूप जलोटा टीवी कार्यक्रम बिग बॉस के बारहवें चरण में शामिल हुए और खुलासा किया कि वे पिछले तीन सालों से जसलीन मठारू के साथ प्रेम संबंध में हैं। मठारू की उम्र अट्ठाईस साल है। वे भी बिग बॉस में एक प्रतिभागी हैं।

5. फिलहाल अनूप जलोटा मुंबई में अपनी प्रेमिका जसलीन के साथ रहते हैं। जसलीन भी गायिका हैं और अनूप जलोटा की शिष्या हैं।