Vastu Remedy For Mangal Planet: वास्तु का हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। अगर घर या कार्यस्थल वास्तु के अनुसार नहीं बना हो तो जिंदगी में बहुत सारी परेशानियां आती हैं। साथ ही जिंदगी में तरक्की रुक जाती है और आर्थिक रूप से व्यक्ति कमजोर हो जाता है। वहीं आपको बता दें कि ग्रह और वास्तु का भी आपस में कनेक्शन होता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं मंगल ग्रह के बारे में, जिनकी वास्तु में दिशा दक्षिण मानी गई है। मतलब इस दिशा पर मंगल ग्रह का आधिपत्य है। आइए जानते हैं मंगल ग्रह को मजबूत करने के उपाय…
वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को धैर्य, पराक्रम, साहस, शक्ति, क्रोध, उत्तेजना षड्यंत्र, शत्रु, विवाद, छोटे भाई, अचल संपत्ति, भूमि और रक्त आदि का कारक ग्रह माना गया है। अगर मंगल ग्रह अशुभ हो तो इन क्षेत्रों से संबंधित परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
साथ ही वास्तु की दृष्टि से यह दिशा पद, प्रतिष्ठा, पिता के सुख और जीवन में स्थायित्व प्रदान करने की मुख्य दिशा मानी गई है। इसलिए इस दिशा का शुभ होना बहुत जरूरी है। क्योंकि अगर इस दिशा में दोष हो तो व्यक्ति को इन कष्टों का सामना करना पड़ सकता है जैसे – अत्यधिक क्रोध आना। – भाइयों से विवाद होना। – शत्रुओं का सक्रिय होना। वैवाहिक जीवन में दिक्कत। फोडे-फुंसी और रक्त संबंधी बीमारियों का होना। इसलिए इस दिशा का शुभ होना बहुत जरूरी है।
इस दिशा में बनवाएं शयन कक्ष
वास्तु अनुसार दक्षिण दिशा विधि, न्याय, मुकदमेबाजी, आराम, जीवन और मृत्यु से संबंधित है। इसलिए इस दिशा में शयन कक्ष तथा भण्डार गृह रखना चाहिए। ताकि आपको मंगल ग्रह का शुभ प्रभाव प्राप्त हो सके। वहीं मंगल के प्रभाव से व्यापार और करियर में अच्छी सफलता मिल सकती है।
करें ये उपाय
1- मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए घर पर मंगल ग्रह की स्थापना करनी चाहिए। यंत्र की स्थापना मंगलवार के दिन सुबह कर सकते हैं। सबसे पहले यंत्र को गंगाजल से शुद्ध कर लें और इसके बाद धूप- अगरबत्ती दिखाकर स्थापित कर दें।
2- मंगल ग्रह की अशुभता कम करने के लिए मंगलवार के दिन हनुमानजी के मंदिर में जाएं और बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं।
3- मंगलवार के दिन गुड़ और भुने हुए चने बंदरों को या फिर लाल रंग की गाय को खिला सकते हैं।
4- मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।