Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ गलतियों की वजह से कई बार घर में वास्तु दोष लग जाता है। इसके प्रभाव से परिवार में कलह बढ़ने लगती हैं, दुख, बीमारी और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मान्यता है कि गलत वास्तु से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होने लगता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक घर के प्रत्येक हिस्से का अपना एक अलग महत्व होता है। हिंदू धर्म में दीया जलाने को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। सिर्फ पूजा-पाठ ही नहीं, वास्तु शास्त्र में दीपक अहम है। इसे जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। हालांकि, आप इसे किस दिशा में जलाकर रखते हैं, ये भी खास मायने रखता है। आइए जानते हैं –

बनी रहती है सुख-समृद्धि: सुबह शाम पूजा करते वक्त भक्त भगवान के समक्ष दीपक जलाते हैं। वहीं, तुलसी चौड़ा पर भी महिलाएं दीया दिखाती हैं। आमतौर पर भक्त घी, सरसो का तेल, तिल के तेल से दीपक जलाते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में संपन्नता व समृद्धि बनी रहे, इसके लिए दीपक जलाना कारगर होता है।

दूर हो सकती हैं आर्थिक समस्याएं: वास्तु के जानकारों के मुताबिक गरीबी दूर करने के लिए लोगों को दीपक का मुंह दक्षिण दिशा में करके जलाना चाहिए। इसकी वजह ये बताई जाती है कि श्रीकृष्ण के अधिकतर मंदिरों में वो दक्षिण दिशा में स्थापित हैं। साथ ही मां लक्ष्मी भी दक्षिण दिशा में ही निवास करती हैं। वहीं, उत्तर दिशा में दीपक का मुंह रखना पैसों की दिक्कत लेकर आता है।

दक्षिण दिशा का महत्व: ज्योतिषियों के मुताबिक दक्षिण दिशा को पैसों की दिशा मानते हैं। घर में पैसे टिके रहें, इसके लिए दक्षिण दिशा में दीया जलाएं। इतना ही नहीं, इस दिशा को पुरुषार्थ की दिशा भी माना गया है। वहीं, कहा जाता है कि मां लक्ष्मी भी इसी दिशा में विराजमान हैं। साथ ही, इस दिशा को दक्षता की दिशा भी कहा जाता है। वास्तु शास्त्र में इस बात का जिक्र मिलता है कि इस दिशा में दीपक जलाने से घर में दरिद्रता का वास नहीं होता है।

जानें अन्य बातें: रोजाना घर में दीपक जलाने से वास्तु विशेषज्ञ मानते हैं कि वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है। हालांकि, खंडित हो चुके दीया को जलाने की भूल न करें। दीपक को जमीन के बजाय किसी चीज़ पर रखें। भगवान के समक्ष दीपक जलाने के अलावा, मुख्य द्वार, पीने के पानी के बर्तन के पास जलाएं।