Trigrahi Yog 2025: वैदिक पंचांग के अनुसार, फरवरी महीने के आखिरी हफ्ते में मीन राशि में एक खास ग्रहीय घटना होने वाली है। दरअसल, फरवरी के आखिरी सप्ताह में मीन राशि में 3 ग्रह मिलकर त्रिग्रही युति का निर्माण करेंगे। पंचांग के अनुसार, 27 फरवरी 2025 को बुध ग्रह मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जहां पहले से ही राहु और शुक्र गुरु की राशि मीन में मौजूद हैं। ऐसे में तीन ग्रहों की युति बनेगी, जिसे त्रिग्रही योग कहा जाता है। ज्योतिष की मानें तो इस योग का असर कुछ राशियों पर नकारात्मक हो सकता है। यह त्रिग्रही योग इन राशियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। तो चलिए जानते हैं कौन सी हैं ये राशियां जिन्हें इस दौरान सतर्क रहना होगा।
मेष राशि (Mesh Zodiac)
मीन राशि में बनने वाला त्रिग्रही योग मेष राशि वाले जातकों के लिए टेंशन भरा हो सकता है। इस समय आपके नौकरी या बिजनेस में दिक्कतें आ सकती हैं। आपके काम पर सवाल उठ सकते हैं, इसलिए हर काम को ध्यान से करें। बिजनेस करने वालों को भी हर कदम सोच-समझकर रखना होगा। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। घर-परिवार में भी किसी से बहस करने से बचें, वरना रिश्तों में खटास आ सकती है। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भगवान शिव की पूजा करें।
सिंह राशि (Singh Zodiac)
सिंह राशि वाले जातकों के लिए यह समय मानसिक उथल-पुथल वाला रहेगा। इस समय आपको एकाग्रता की कमी और मानसिक तनाव हो सकता है। नौकरी या पढ़ाई में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। माता-पिता के साथ बहस हो सकती है, इसलिए धैर्य बनाए रखें। कोई बड़ा फैसला लेने से पहले किसी बड़े या अनुभवी व्यक्ति की सलाह जरूर लें। पैसे के मामले में भी सावधान रहें, क्योंकि अचानक खर्च बढ़ सकता है। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करें।
तुला राशि (Tula Zodiac)
तुला राशि वाले जातकों के लिए भी यह समय थोड़ा मुश्किल हो सकता है। दुश्मन आपके काम में रुकावट डाल सकते हैं। कोई करीबी व्यक्ति भी आपको धोखा दे सकता है, इसलिए किसी पर जरूरत से ज्यादा भरोसा न करें। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है। लोगों के बीच गलतफहमी हो सकती है, जिससे सामाजिक तनाव बढ़ सकता है। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शिवलिंग पर जल अर्पित करें।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।