Shani Dev Temple: वैदिक ज्योतिष में शनि देव को कर्मफल दाता कहा जाता है। मतलब मनुष्य जैसे कर्म करता है, शनि देव उसको वैसे ही फल देते हैं। वहीं शनि देव की पूजा करने का विधान शनिवार को है। आज हम आपको शनि देव के विश्व प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं। मान्यता है जो लोग इन मंदिरों में जाकर शनि देव के दर्शन कर लेते हैं, उनको सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। आइए जानते हैं इन मंदिरों के बारे में…

1- शनि शिंगणापुर मंदिर:

महाराष्ट्र में स्थित इस मंदिर की ख्याति देश ही नहीं विदेशों में भी है। इस मंदिर में काले रंग की मूर्ति है जो स्वयंभू है। यह मूर्ति 5 फुट 9 इंच ऊंची है। साथ ही 1 फुट 6 इंच चौड़ी है। यह संगमरमर के एक चबूतरे पर स्थित है। यह धूम में विराजमान है। यहां शनिदेव अष्ट प्रहर धूप हो, आंधी हो, तूफान हो या जाड़ा हो, यह मूर्ति हर मौसम में बिना छत्र धारण किए खड़ी रहती है। इस मूर्ति के दर्शन करने हजारों-लाखों भक्त हर दिन यहां आते हैं।

2- शनि तीर्थ क्षेत्र, असोला, फतेहपुर बेरी:

यह मंदिर दिल्ली के महरौली में स्थित है। यहां शनि देव की सबसे बड़ी मूर्ति विद्यमान है, जो कि अष्टधातुओं से बनी है। शनिदेव की भक्ति का यह स्थान हमेशा से केंद्र रहा है और यहां भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती हैं। यहां एक प्रतिमा में शनिदेव गिद्ध और दूसरे में भैंस पर सवार हैं। असोला शक्ति पीठ को लेकर मान्यता है कि यहां शनिदेव स्वयं जागृत अवस्था में विराजमान हैं।

3- शनिचरा मंदिर, मुरैना (मध्य प्रदेश):

हम सभी शनिदेव की महिमा से भली भांति परिचित होंगे। देश भर में कई चमत्कारिक शनि मंदिर हैं। जहाँ शनि देव की महिमा अमरमपार है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के समीप एंती गांव हैं जहां पर विराजित शनि देव का देश भर में विशेष महत्व है। भगवान हनुमान रावण की कैद से छुड़वा कर शनि देव को यहीं पर लाये थे। तब से यहां पर शनि देव विराजमान हैं। बताया यह भी जाता है कि यहाँ शनि मंदिर पर प्रतिष्ठित शनि देव की प्रतिमा आसमान से टूट कर गिरे एक उल्कापिंड से निर्मित है जिससे यह स्थान विशेष प्रभावशाली है। बताया जाता है कि आज भी यहां अमर रूप में शनि देव विराजमान हैं। शनि देव के चमत्कार को देखते हुए ग्वालियर के सिंधिया राज घराने द्वारा इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया गया था। (यह भी पढ़ें): Valentine Special 2022: इस वैलेंटाइन पार्टनर को राशि अनुसार दें यह गिफ्ट, लव लाइफ रहेगी खुशहाल

4- शनि मंदिर, प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश):

भारत के प्रमुख शनि मंदिरों में से एक शनि मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में स्थित है, जो शनि धाम के रूप में प्रख्यात है। प्रतापगढ़ जिले के विश्वनाथगंज बाजार से लगभग 2 किलोमीटर दूर कुशफरा के जंगल में भगवान शनि का प्राचीन पौराणिक मंदिर लोगों के लिए श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। कहते हैं कि यह ऐसा स्थान है, जहां आते ही भक्त भगवान शनि की कृपा का पात्र बन जाता है। चमत्कारों से भरा हुआ यह स्थान लोगों को सहसा ही अपनी ओर खींच लेता है। अवध क्षेत्र के एकमात्र पौराणिक शनि धाम होने के कारण प्रतापगढ़ (बेल्हा) के साथ-साथ कई जिलों के भक्त आते हैं। प्रत्येक शनिवार भगवान को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। (यह भी पढ़ें): प्रतिष्ठा के दाता सूर्य और देवताओं के गुरु बृहस्पति की बन रही युति, इन 4 राशि की धन- दौलत में अपार बढ़ोतरी के आसार