Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj: संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज आजकल बहुत फेमस हो रहे हैं और लगातार उनके फॉलोअर बढ़ते जा रहे हैं। आपको बता दें कि वह संत्संग के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। साथ ही वह दरबार वृंंदावन में रोज लगाते हैं, जहां वो भक्तों के प्रश्नों का उत्तर देते हैं और सही दिशा दिखाते हैं। महाराज जी राधा रानी को अपनी ईष्ट मानते हैं। वहीं कुछ दिन पहले महाराज जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जहां एक भक्त उनसे पूछ रहा है कि क्या प्याज और लहसुन नहीं खाना चाहिए। जिस पर प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज बता रहे हैं कि प्याज और लहसुन की उत्तति भूमि से ही होती है और जैसे आलू पैदा होता है, वैसा ही प्याज पैदा होता है।
साथ ही उन्होंने कहा कि प्याज और लहसुन से तमोगुण पैदा होता है। जिससे आपके अंदर क्रोध और काम पैदा होता है और आप भक्ति मार्ग पर चल रहे हैं, जिसमें काम और क्रोध के लिए कोई जगह नहीं, लेकिन प्याज और लहसुन की तुलना मांस से नहीं करनी चाहिए। क्योंकि मांस को किसी भी जीव की हत्या करके बनता है। इसलिए जो लोग भक्त मार्ग पर चल रहे हैं, उनको प्याज और लहसुन खाना वर्जित बताया है।
जानिए कौन हैं संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज
संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज कानपुर के सरसौल ब्लॉक के अखरी गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम शंभू पांडेय है, माता का नाम राम देवी हैं। महाराज जी का नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे था वहीं महाराज जी के गुरु जी का नाम श्री गौरंगी शरण जी महाराज है। महाराज जी को बचपन से ही आध्यात्म के प्रति लगाव था। साथ ही उन्होंने कम उम्र में ही घर छोड़ दिया था और वाराणसी चले गए थे। साथ ही इसके बाद वह वृंदावन आ गए।
बताया जाता है इनके माता-पिता साधु-संतों की सेवा करते थे और आदर सत्कार भी करते थे। जिसका प्रभाव प्रेमानंद जी महाराज पर भी पड़ा, जिससे उन्होंने बचपन से ही भक्ति मार्ग को चुन लिया।
