वैदिक ज्योतिष अनुसार ग्रह समय- समय पर गोचर करके अन्य ग्रहों के ऊपर घातक दृष्टि डालते हैं। जिसका प्रभाव मानव जीवन और पृथ्वी पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि सूर्य, शनि और राहु की घातक दृष्टि बन रही है। मतलब ये तीनों ग्रह आपस में एक दूसरे को देखकर रहे हैं। साथ ही मेष में राहु और गुरु की युति से गुरु चांडाल दोष का भी निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही समसप्तक योग भी निर्माण हो रहा है। जिससे 4 राशि के जातकों को थोड़ा संभलकर रहना चाहिए। क्योंकि इस अवधि में धनहानि और सेहत खराब के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं…

वृष राशि (Taurus Zodiac)

आप लोगों के लिए शनि, राहु और सूर्य की अशुभ दृष्टि हानिकारक साबित हो सकती है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली के 12वें भाव में गुरु और राहु का चांडाल योग बन रहा है। साथ ही शनि दशम भाव में होकर राहु को देखकर रहे हैं। इसलिए इस समय आपके फिजूल खर्चे बहुत हो रहे हैं। साथ ही बीमारी पर पैसा खर्च हो रहा है। वहीं धन की हानि बनी हुई है। करियर में उतार- चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा है। घर और परिवार में परेशानियां बनी हुई हैं। वहीं 30 अक्टूबर तक कोई नया काम नहीं करें। धन का निवेश नहीं करें। वहीं लव लाइफ में परेशानियां बढ़ सकती हैं।

कर्क राशि (Cancer Zodiac)

शनि, राहु और सूर्य की अशुभ दृष्टि कर्क राशि के जातकों को प्रतिकूल सिद्ध हो सकती है। क्योंकि एक तो आपकी गोचर कुंडली के अष्टम भाव में शनि की ढैय्या चल रही है। साथ ही शनि देव दशम भाव को देख रहे हैं, जहां गुरु चांडांल का योग बन रहा है। इसलिए करियर में उतार चढ़ाव लगा रहेगा। वहीं धनलाभ हो होगा लेकिन पैसा खर्च हो जाएगा। वहीं बीमारी पर भी पैसा खर्च हो रहा है। इसलिए धन का निवेश नहीं करें। वहीं नौकरी में परिवर्तन सोच- समझकर करें।

कन्या राशि (Kanya Zodiac)

आप लोगों के लिए शनि, राहु और सूर्य की अशुभ दृष्टि हानिकारक साबित हो सकती है। क्योंकि अष्टम भाव में गुरु चांडाल योग बन रहा है। वहीं शनि देव राहु को देख रहे हैं। इसलिए सेहत का ध्यान ऱखें। साथ ही अभी काम- कारोबार में बड़े परिवर्तन से बचें। साथ ही धन का निवेश भी नहीं करें। वहीं अभी बिजनेस का विस्तार नहीं करें। साथ ही इस समय खान- पान का ध्य़ान रखें।

वृश्चिक राशि (Scorpio Zodiac)

शनि, राहु और सूर्य की घातक दृष्टि वृश्चिक राशि के जातकों को नुकसानदायक सिद्ध हो सकती है। क्योंकि एक तो आप शनि की ढैय्या चल रही है। साथ ही चतुर्थ भाव में शनि स्थित हैं और वह गुरु और राहु को देख रहे हैं। इसलिए इस समय काम- कारोबार में उतार- चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इस समय किसी को धन उधार नहीं दें। वहीं नया काम शुरू नहीं करें।

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