Chaturgrahi Yog In Leo: वैदिक ज्योतिष अनुसार ग्रह एक निश्चित अंतराल पर गोचर करके शुभ और अशुभ योग का निर्माण करते हैं। जिसका प्रभाव मानव जीवन पर पृथ्वी पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि 17 अगस्त को सिंह राशि में चतुर्ग्रही योग का निर्माण होने जा रहा है। यह योग में शुक्र, मंगल, बुध और चंद्र की युति से बनेगा। ऐसे में इस योग का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय धनलाभ और तरक्की के योग बने हुए हैं। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
चतुर्ग्रही योग बनने से धनु राशि के जातकों को लाभ हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी राशि से नवम भाव में बनने जा रहा है। इसलिए इस समय आपका भाग्योदय हो सकता है। साथ ही यह योग सामाजिक स्तर पर काफी अच्छा रहेगा। इस दौरान आपके दोस्तों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। साथ ही इस समय आप काम- कारोबार के संबंध से यात्रा भी कर सकते हैं, जो लाभप्रद सिद्ध हो सकती है। वहीं इस गोचर के दौरान आपकी लव लाइफ भी काफी अच्छी रहेगी। साथ ही आपके घर- परिवार में मांगलिक या धार्मिक कार्यक्रम हो सकता है। प्रतियोगी छात्रों को भी यह अवधि शुभ साबित हो सकती है। वह किसी परीक्षा में पास हो सकते हैं।
मिथुन राशि (Mihtun Zodiac)
आप लोगों के लिए चतुर्ग्रही योग शुभ फलदायी सिद्ध हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी गोचर कुंडली के तीसरे भाव में बनने जा रहा है। इसलिए इस समय आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। वहीं यह समय उन लोगों के लिए अच्छा साबित हो सकता है, जिनका व्यापार विदेश से जुड़ा हुआ है। इस अवधि में आपको भाई- बहन का सहयोग प्राप्त हो सकता है। साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच पुराने मसले सुलझते जाएंगे। यदि किसी के वैवाहिक जीवन में समस्या चल रही है तो वह भी समाप्त हो जाएगी।
वृष राशि (Taurus Zodiac)
चतुर्ग्रही योग मिथुन राशि के लोगों को लाभप्रद साबित हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी राशि से चतुर्थ भाव में बनने जा रहा है। इसलिए इस समय आपके भौतिक सुखों में वृद्धि हो सकती है। वहीं आप इस समय वाहन और प्रापर्टी खरीदने की सोच रहे हैं। साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच पुराने मसले सुलझते जाएंगे। पैतृक संपत्ति का आपको सुख प्राप्त हो सकता है। साथ ही जो लोग रियल स्टेट, प्रापर्टी, कला, फिल्म लाइन, मीडिया, इवेंट मैनेजमेंट और कलात्मक क्षेत्रों से जुड़े हैं उनके लिए यब अवधि काफी अनुकूल रहेगी। इस अवधि में आपका माता के साथ तालमेल अच्छा रहेगा।