Shani Sade Sati: वर्तमान में शनि मकर राशि में वक्री चाल चल रहे हैं। शनि की उल्टी चाल विशेष तौर पर शनि साढ़े साती या ढैय्या से पीड़ित जातकों को परेशान करती है। शनि के बुरे प्रभाव से व्यक्ति को व्यापार, नौकरी से लेकर वैवाहिक जीवन तक में दिक्कतें आने लगती हैं। लेकिन अगर शनि मजबूत हैं तो ये व्यक्ति को इन सब क्षेत्रों में आपार सफलताएं भी दिलाते हैं। जानिए शनि को मजबूत करने के लिए क्या ज्योतिषीय उपाय बताए जाते हैं।
शनिवार का दिन भगवान शनि का माना जाता है। इस दिन काला तिल, आटा और शक्कर मिलाकर काली चीटियों को खिलाएं। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनि देव की कृपा आप पर बनी रहे इसके लिए शनिवार शाम को मध्यम उंगली में घोड़े की नाल या नाव की कील से बनी अंगूठी पहन लें। शनिदेव की अगर महादशा चल रही है तो उसके लिए शनिदेव के दस नाम का जाप कम से कम 108 बार करें। शनिदेव के 10 नाम: कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद व पिप्पलाद। दान करने से भी शनिदोष दूर होता है। शनिवार के दिन काले कपड़े, काले तिल या फिर काली उड़द का दान करना चाहिए। भगवान शंकर पर काले तिल व कच्चा दूध नित्य प्रतिदिन चढ़ाने से भी शनि भगवान प्रसन्न होते हैं।
Shani Chalisa And Aarti: शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करें शनि चालीसा का पाठ और ये आरती
मान्यता है कि भगवान शनि हनुमान जी की पूजा से भी प्रसन्न होते हैं। शनिवार का दिन शनिदेव के साथ भगवान हनुमान को भी समर्पित है। इसलिए इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। बंदरों को गुड़ और चना खिलाना चाहिए। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे काली बाती बनाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनिवार के दिन शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। शनिदेव के प्रकोप को कम करने के लिए अपने दाहिने हाथ के नाप का उन्नीस हाथ लंबा काला धागा लेकर उसकी माला बनाकर पहनें। शनि यंत्र की स्थापना करके प्रतिदिन इस यंत्र की विधि-विधान पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
शनि का वैदिक मंत्र:
ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।
शं योरभि स्त्रवन्तु न:।।
शनि का तांत्रिक मंत्र:
ॐ शं शनैश्चराय नमः।।
शनि का बीज मंत्र:
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।