Sawan Purnima 2023: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। क्योंकि पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु और चंद्रमा की पूजा के लिए समर्पित होती है। वहीं आपको बता दें कि अधिक मास पड़ने से इस साल सावन का महीना बहुत विशेष बन गया है। क्योंकि यह संंयोग 3 साल में बना है। साथ ही सावन इस बार लगभग 59 दिनों के पड़ रहे हैं। वहीं वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल सावन में 8 सोमवार, 9 मंगला गौरी व्रत, 4 प्रदोष व्रत, 2 अमावस्या और 2 पूर्णिमा तिथि का संंयोग बन रहा है। साथ ही सावन की पहली पूर्णिमा तिथि 1 अगस्त को है। यह पूर्णिमा अधिक मास में पड़ रही है। वहीं इस दिन कई शुभ मुहूर्त भी बन रहे हैं। इसलिए इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं इस दिन कौन से कार्य करने से बचना चाहिए, क्योंकि अगर आप ये कार्य करते हैं, तो मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं…
तामसिक भोजन करने से बचें
अधिक मास भगवान विष्णु समर्पित होता है। इसलिए इस दिन तामसिक भोजन जैसे- प्याज, लहसुन का सेवन करने से बचें। वहीं अगर आप ऐसा करते हैं तो भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।
तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ें
सावन अधिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके जीवन में दरिद्री छा सकती है। साथ ही मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु भी नाराज हो सकते हैं।
काले कपड़े नहीं पहनें
इस दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। क्योंकि काले कपड़े पूजा में निषेद्य बताएं हैं, इसलिए हो सके तो इस दिन पीले या सफेद रंग के कपड़े पहन सकते हैं।
देर तक नहीं सोना चाहिए
सावन अधिक पूर्णिमा के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए। क्योंकि इस दिन अगर आप देर तक सोते हैं, तो आपके जीवन में दरिद्री छा सकती है। साथ ही मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं।
बन रहे हैं ये शुभ योग
वैदिक पंचांग के अनुसार 1 अगस्त को सूर्य उदय से लेकर सुबह 06 बजकर 52 मिनट तक प्रीति योग रहेगा। फिर इसके बाद से आयुष्मान योग आरंभ हो जाएगा, जो पूरे दिन रहेगा। वहीं इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 53 मिनट तक है। इन योगों को ज्योतिष में विशेष माना गया है। मान्यता है जो व्यक्ति इन योगों में पूजा- अर्चना करता है, उसको पूजा का दोगुना फल प्राप्त होता है।