Shani Sade Sati And Dhaiya 2023: वैदिक ज्योतिष अनुसार शनि देव की चाल में जब भी परिवर्तन होता है। तो किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू होती है तो किसी ऊपर से इनका प्रभाव समाप्त होता है। आपको बता दें कि जून 2023 में शनि देव वक्र हुए थे और वह 4 नवंबर को मार्गी हो गए हैं। जिससे कुछ राशियों पर से शनिदेव की साढ़ेसाती और ढैय्या का कष्टकारी चरण खत्म हो गया है। अब इन राशियों को किस्मत का साथ मिलेगा। साथ ही इनकी धन- दौलत में बढ़ोतरी होगी। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं…
इन राशियों पर खत्म हुआ ढैय्या का अशुभ प्रभाव
वैदिक ज्योतिष मुताबिक शनि देव के कुंभ राशि में मार्गी होने से कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर ढैय्या का कष्टमय प्रभाव खत्म हो गया है। क्योंकि शनि देव कर्क राशि वालों की गोचर कुंडली में आठवें और वृश्चिक राशि के जातकों की गोचर कुंडली में चतुर्थ भाव में संचरण कर रहे हैं। इसलिए शनि देव के मार्गी होने से अब इन लोगों के काम बनने लगेंगे। साथ ही जो जीवन में तनाव चल रहा था, उससे छुटकारा मिलेगा। वहीं किस्मत का साथ मिलेगा। व्यापारियों को धनलाभ होगा। साथ ही काम- कारोबार के संबंध से यात्राएं आप कर सकते हैं। जो शुभ रहेंगी।
इन राशियों पर समाप्त हुआ साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव
शनि देव के मार्गी होने से मीन राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का कष्टमय समय समाप्त हो गया है। वहीं ही कुंभ राशि पर दूसरा चरण और मकर राशि पर तीसरा चरण चरण चल रहा है। इसलिए शनि देव के मार्गी होने से मीन, कुंभ और मकर राशि के जातकों को मानकिस सुकून मिलना शुरू हो जाएगा। क्योंकि शनि देव के वक्री होने से आप लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।साथ ही अब आपको समय- समय पर आकस्मिक धनलाभ भी होगा। वहीं छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी।
साथ ही कारोबारियों का व्यापार अब पहले से अच्छा चलने लगेगा। इस समय कोई व्यवसायिक डील हो सकती है। लेकिन आप लोगों को सेहत को लेकर अभी परेशानी बनी रह सकती है। इसलिए आप लोग शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल का दीपक शनि प्रतिमा के सामने जलाएं। साथ ही शनि चालीसा का पाठ करें।