Raksha Bandhan 2025 Rakhi Knot Rules: सनातन धर्म में रक्षाबंधन का त्योहार प्रमुख पर्वों में से एक माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह उत्सव हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को पूरे भारत में हर्ष और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। आज देशभर में राखी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र, सुख-शांति और सफलता की कामना करती हैं, वहीं भाई जीवनभर उसकी रक्षा करने का संकल्प लेता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, राखी बांधते समय कितनी गांठ लगानी चाहिए और किस दिशा की ओर मुंह करके बैठना शुभ होता है? आइए जानते हैं, भाई की कलाई पर राखी बांधते समय शुभ मानी जाने वाली गांठों का महत्व।
राखी बांधते समय कितनी गांठ लगानी चाहिए?
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, राखी बांधते समय तीन गांठें लगाना शुभ होता है। ये तीन गांठें त्रिदेव- ब्रह्मा, विष्णु और महेश को समर्पित होती हैं। हर गांठ के साथ बहन, अपने भाई के लिए स्वास्थ्य, सुख और लंबी उम्र की कामना करती है। तीन गांठों वाला यह बंधन दोनों के बीच अटूट विश्वास और स्नेह का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि सही विधि से राखी बांधने से भाई पर ईश्वर की विशेष कृपा बनी रहती है और वह हर प्रकार की बुरी नजर व नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षित रहता है। वहीं, कई स्थानों पर राखी में पांच गांठें भी लगाई जाती हैं, जो पंचतत्व और पांच देवताओं को समर्पित होती हैं।
किस दिशा में बैठकर राखी बांधें?
वास्तु के अनुसार, राखी बांधते समय बहन को उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए, जबकि भाई का मुख पूर्व की ओर होना शुभ माना गया है।
राखी बांधते समय इस मंत्र का करें जाप
ॐ येन बद्धो बलि राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥
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