Moti Gemstone Benefits: ज्योतिष में हर ग्रह का कोई न कोई रत्न प्रतिनिधित्व करता है। जैसे नीलम रत्न का संबंध शनि ग्रह से होता है। ऐसे ही चंद्र ग्रह का रत्न मोती है। मोती रत्न पहनने से मन को शांति मिलती है। साथ ही जिन लोगों को डिप्रेशन रहता है, उन लोगों के लिए मोती लाभकारी साबित होता है। साथ ही मोती का रंग सफेद या फिर क्रीम कलर का होता है और इसे चंद्रमा का कारक माना जाता है। आइए जानते हैं मोती पहनने की विधि और लाभ…
मोती इन राशियों के लिए होता है लकी स्टोन
ज्योतिष शास्त्र अनुसार अगर चंद्रमा उच्च का विराजमान है, तो मोती धारण किया जा सकता है। साथ ही अगर जन्मकुंडली में चंद्रमा 6, 8 या 12 भाव में स्थित है तब भी आप मोती पहन सकते हैं। वहीं मोती को कर्क, धनु और मीन राशि के जातक भी पहन सकते हैं। क्योंकि कर्क राशि के खुद चंद्र ग्रह स्वामी और धनु, मीन पर गुरु ग्रह का आधिपत्य है और ज्योतिष के अनुसार गुरु ग्रह और चंद्र देव में मित्रता का भाव है। वहीं मोती के साथ नीलम और गोमेद पहनने से बचना चाहिए। अन्यथा नुकसान हो सकता है। वहीं मोती का संबंध मां लक्ष्मी से माना जाता है। इसलिए मोती धारण करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
मोती धारण करने से मिलते हैं ये लाभ
मोती धारण करने से व्यक्ति मानसिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। साथ ही जिन लोगों का व्यापार खान- पान, रेस्टोरेंट, अनाज और सफेद चीजों से जुड़ा हुआ है। उन लोगों को मोती धारण करना चाहिए। वहीं जिन लोगों को बहुत अधिक गुस्सा आता है, उन लोगों को मोती धारण करना चाहिए। ती पहनने से बल्ड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
जानिए धारण करने की सही विधि
मोती रत्न का संबंध चंद्रमा से संबंधित है। इसलिए मोती को सोमवार के दिन धारण करना चाहिए। साथ ही मोती को चांदी की धातु और मोती कम से कम 7 से सवा 7 रत्ती का होना चाहिए। कनिष्ठा मतलब हाथ की सबसे छोटी उंगली में मोती को धारण करना चाहिए। वहीं मोती धारण करने से पहले उसको गंगाजल और गाय के कच्चे दूध से शुद्ध कर लें। इसके बाद धारण करें।
