ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। शास्त्र के अनुसार लोगों की हाथों की रेखा उनकी जिंदगी से जुड़े कई राज बताते हैं। हाथों की रेखा से ना सिर्फ लोगों के व्यवहार का पता चलता है इसके साथ ही आने वाले भविष्य को लेकर भी हस्त रेखाएं सचेत करती हैं। अक्सर आपने देखा होगा कि जब आप अपने दोनों हाथों को एक साथ जोड़कर देखते हैं, तो उसमें एक चांद बना हुआ दिखाई देता है। कुछ लोगों के हाथों में यह चांद आधा बनता है, तो कुछ के हाथों में पूरा।

ज्योतिष शास्त्र और हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार हथेली पर बने चांद के कई अर्थ होते हैं। अगर आपके हाथ में भी आधा चांद बनता है, तो यह एक शुभ संकेत होता है। कहा जाता है कि जिन लोगों की हथेली में चांद बनता है, वह बहुत ही ज्यादा आकर्षक स्वभाव के होते हैं। हालांकि, यह भी कहा जाता है कि जिसके हाथ पर अर्ध चांद बनता है, तो वह अपने जीवनसाथी से बहुत प्रेम करता है।

हाथों की लकीरों को तकदीर का आइना माना जाता है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि यह आपके जीवन और किस्मत को लेकर कई बातें बता सकते हैं।

ससुराल पक्ष से मिलता है लाभ: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि जिन लोगों के हाथों पर अर्ध चंद्र बनता है, उसके ससुराल पक्ष के साथ संबंध काफी मधुर होते हैं। इसके अलावा ससुराल पक्ष से भी उसे समय-समय पर उपहार मिलते हैं। ऐसे लोगों का ससुराल पक्ष की ओर ज्यादा झुकाव होता है।

हालांकि, ज्योतिषाचार्यों के अनुसार कई बार लोग चांद को पहचानने में गलती कर बैठते हैं। दरअसल, अर्ध चंद्र आपके हाथ के बुध पर्वत के नीचे कोने से शुरू होकर गुरु और शनि पर्वत के बीच में समाहित होकर यहां अंत तक जाता है।

विपरीत परिस्थितियों में भी रहते हैं सकारात्मक: ज्योतिषाचार्यों की मानें तो जिन लोगों के हाथों में अर्ध चंद्र का निशान होता है, वह विपरीत परिस्थितियां में भी सकारात्मक बने रहते हैं। साथ ही, ऐसे लोग हमेशा दूसरों से अपने भावनाओं को छिपाने की कोशिश करते रहते हैं। क्योंकि वह यह नहीं चाहते कि उनके दुख के बारे में जानकर कोई परेशान हो जाए।