हिंदू धर्म में गाय को गौ माता के रूप में माना जाता है। गाय में सभी देवी-देवताओं का वास माना जाता है। गौ सेवा करना सबसे ज्यादा पुण्य का काम माना जाता है। इसी के कारण गाय से उत्पन्न गौमूत्र, गोबर और दूध का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों से लेकर पूजा में किया जाता है। महाभारत के अनुसार, गाय की सेवा करने वाला व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और हर देवी-देवता का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही गौ सेवा करने से कुंडली में गुरु बृहस्पति, शुक्र, शनि, सूर्य और चंद्रमा की भी स्थिति मजबूत होती है। अधिकतर घरों में भोजन बनाते समय पहली रोटी गाय के नाम निकाली जाती है जिसमें एक आटा की लोई के साथ गुड़ या चीनी रखी जाती है। इसे गाय को खिलाने से सुख-संपदा की प्राप्ति होती है। लेकिन कई बार गाय को रोटी खिलाते समय कुछ गलतियां कर देते है जिसके कारण जीवन में अशुभ प्रभावों को देखना पड़ता है। आइए जानते हैं गाय को किस तरह से रोटी नहीं खिलानी चाहिए…
गाय को न खिलाएं अशुद्ध भोजन
कई लोगों की आदत होती है घर में बची रोटी या भोजन को भी गाय को खिला देते हैं। गाय को बासी या फिर झूठी रोटी बिल्कुल भी नहीं खिलाना चाहिए। इससे आपके पुण्य छिन्न हो सकते हैं। आइए जानते हैं गाय को जूठी या बासी रोटी खिलाने के नुकसान के बारे में…
कुंडली में ग्रहों की स्थिति होती है कमजोर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गाय को जूठी या बासी रोटी खिलाने से कुंडली में बृहस्पति की स्थिति कमजोर हो जाती है, जिससे भाग्य पर बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही ज्ञान, निर्णय क्षमता में कमी देखने को मिल सकती है।
गाय को शुक्र ग्रह से भी जोड़कर देखा जाता है। शुक्र को धन-वैभव, भोग-विलास, प्रेम-आकर्षण, वैवाहिक जीवन का कारक माना जाता है। गौ माता को जूठा भोजन खिलाने से शुक्र ग्रह की भी स्थिति कमजोर हो जाती है। ऐसे में आर्थिक स्थिति कमजोर होने के साथ-साथ सुख-समृद्धि की कमी देखने को मिलती है।
ज्योतिष में चंद्र देव को मन, भावनाओं और मानसिक शांति का कारक है। ऐसे में गौ सेवा करने से चंद्र मजबूत होता है, जिससे मानसिक शांति, संतुलन बनता है। लेकिन जूठा भोजन करना से नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गौ सेवा करने से कुंडली में शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं। शनि को कर्म, धैर्य और कठिन परिश्रम का कारक माना जाता है। ऐसे में जूठा भोजन कराने से शनि रुष्ट हो जाते हैं
गाय की सेवा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति बलवान होती है, जिससे मान-सम्मान, नौकरी-बिजनेस में लाभ के साथ शारीरिक स्वास्थ्य बना रहता है। सूर्य स्वास्थ्य, जीवन शक्ति और पिता का कारक ग्रह है।
पूर्वज भी हो जाते हैं रुष्ट
शास्त्रों के अनुसार, गौ माता को रोटी खिलाने से पूर्वजों को शांति मिलने के साथ मोक्ष की प्राप्ति होती है और जातक को पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है। ऐसे में अगर आप गाय को अशुद्ध भोजन करा देते हैं, तो पितरों का अपमान होता है और वह रुष्ट हो जाते हैं। ऐसे में जातकों के परिवार में अनबन, मन मुटाव से लेकर संतान प्राप्ति में रुकावटें उत्पन्न हो सकती है।
कैसे खिलाएं गाय को रोटी
गाय को पहली रोटी खिलाने से घर में सुख-शांति समृद्धि बनी रहती है। इसलिए गाय को पहली रोटी खिलाएं। इसमें एक आटा की लोई के साथ गुड़ या फिर चीनी रख कर पूरी श्रद्धा और प्रेम से खिलाएं। इससे आपकी मनोकामना पूर्ण हो सकती है।
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डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
