Jaya Kishori Motivational Speaker: जया किशोरी आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। वो चर्चित कथावाचिका के साथ-साथ मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। सोशल मीडिया पर अक्सर उनके वीडियो वायरल होते रहते हैं और इस लोग खूब पसंद भी करते हैं। जया किशोरी अब तक भारत के साथ-साथ विदेशों में 400 से ज्यादा कथा वाचन कर चुकी हैं। उनके प्रशंसक उन्हें ‘आधुनिक मीरा’ के नाम से भी संबोधित करते हैं।

आपको बता दें कि जया किशोरी जब 7 साल की थीं, तभी से वो आध्यात्म से जुड़ गई थीं। दीक्षा लेने के बाद उनका नाम जया शर्मा से जया किशोरी पड़ गया। उन्होंने छोटी उम्र में ही ‘श्री मद् भागवत कथा’ करना शुरू कर दिया था।

गांठ बांध रखी है एक बात: आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक जया किशोरी जब आध्यात्म से जुड़ी थीं, तब से अबतक एक बात गांठ बांधकर रखी है। वो कहती हैं कि ‘जीवन में कुछ भी नियोजित नहीं होता है। अगर कोई चीज आपके भाग्य में है तो आपको जरूर मिलेगी। जया किशोरी के बायो के मुताबिक वह अपने प्रवचन के माध्यम से लोगों में आध्यात्म के प्रति सकारात्मक विचार पैदा करना चाहती हैं।साथ ही उनकी कोशिश रहती है कि उनके प्रवचन को 8 साल से लेकर 80 साल तक का व्यक्ति समझ सके और उनके विचारों, मूल्यों को जीवन में उतार सके।

मोहन भागवत के हाथों मिल चुका है अवार्ड: कथा वाचिका जया किशोरी को अब तक कई अवार्ड भी मिल चुके हैं। जिसमें उन्हें  ‘आदर्श युवा आध्यात्मिक गुरु पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया जा चुका है। यह अवार्ड उन्हें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हाथों साल 2016 में मिला था।

9 साल की उम्र में ली गुरु दीक्षा: जया किशोरी ने पंडित गोविंदराम मिश्र से 9 साल की उम्र में ही गुरु दीक्षा ले ली थी। गुरु जी ने भगवान श्री कृष्ण में उनकी भक्ति देखते हुए उनका नाम किशोरी रख दिया। आपको बता दें कि राधा रानी का भी एक नाम किशोरी है। जया किशोरी का जन्म 13 जुलाई, 1995 में कोलकाता में हुआ था। इनके परिवार की बात करें तो इनके पिता का नाम शिव शंकर शर्मा और माता का नाम सोनिया शर्मा है।

ऑनलाइन प्रशंसकों से होती हैं रूबरू: जया किशोरी समय- समय पर ‘टॉक ऑन स्प्रिचुएलिटी’ नाम का वेबीनार भी आयोजित करती रहती हैं। जिसमें वह भक्तों के आध्यात्मिकता से जुड़े सवालों के जवाब देती हैं। यह वेबीनार तमाम सोशल प्लेटफॉर्म पर पर प्रसारित होता है।