Moonga Gemstone: वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए यंत्र, मंत्र और रत्नों का वर्णन मिलता है। आपको बता दें कि रत्न धाऱण करके ग्रह के अशुभ प्रभाव को कहीं हद तक कम किया जा सकता है। ऐसे में हम यहां बात करने जा रहे हैं, मूंगा रत्न के बारे में, जिसका संबंध मंगल ग्रह से है। मतलब जिन व्यक्ति की जन्मकुंडली में मंगल ग्रह कमजोर या उच्च का स्थित होता है, उस व्यक्ति को मूंगा पहनने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं ये मूंगा पहनने की विधि और लाभ…
इन राशियों के लिए मूंगा लाभकारी
मूंगा रत्न समुद्र के अंदर पाया जाता है। दरअसल मूंगा एक प्रकार की लकड़ी होती है और इसका रंग लाल होता है। रत्न शास्त्र अनुसार जिस व्यक्ति की राशि मेष, वृश्चिक हो या लग्न में सिंह, धनु, मीन राशि हो, वह लोग मूंगा पहन सकते हैं। क्योंकि मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल ग्रह है। साथ ही अगर कुंडली में मंगल ग्रह उच्च का विराजमान हो तो भी मूंगा पहना जा सकता है। वहीं अगर कुंडली में मंगल और गुरु की युति बन रही हो तो एक साथ मूंगा और पुखराज धारण कर सकते हैं। लेकिन मूंगा के साथ नीलम और पन्ना नहीं पहनना चाहिए। अन्यथा नुकसान हो सकता है।
मूंगा धारण करने के लाभ (Benefits Of Moonga)
मूंगा धारण करने से व्यक्ति के साहस में वृद्धि होती है। साथ ही जिन व्यक्तियों को अज्ञात भय रहता हो वो लोग भी मूंगा पहन सकते हैं। वहीं अगर आप पुलिस, सेना और खेल से जुड़े हुए हैं तो भी कुंडली का विश्लेषण कराकर मूंगा धारण कर सकते हैं। वहीं जिन लोगों का करियर मेडिकल, इंजीनियरिंग से जुड़ा है, उन लोगों के लिए भी मूंगा धारण करना शुभ रहेगा। जो व्यक्ति सपनों में डर जाते हैं तो वह अपनी कुंडली दिखाकर मूंगा धारण कर सकते हैं।
इस विधि से करें धारण
मूंगा बाजार से कम से कम 7 से सवा 8 रत्ती का खरीदना चाहिए। साथ ही मूंगा को तांबे या चांदी के धातु में जड़वाकर धारण कर सकते हैं। वहीं मूंगा को अंंगूठी में धारण किया जा सकता है। वहीं मूंगा की अंगूठी धारण करने से पहले कच्चे दूध और गंगाजल से अच्छी तरह से शुद्ध कर लें और मंगलवार के दिन सुबह धारण कर लें।