Coral Stone: रत्न शास्त्र में 9 रत्न और 84 उपरत्नों का वर्णन मिलता है। जिसमें से प्रमुख रत्न माणिक्य, नीलम, मूंगा, पुखराज, हीरा, मोती, गोमेद, पन्ना और लहसुनिया हैं। इन रत्नों को धारण करने से ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। ऐसे में हम बात करने जा रहे हैं मूंगा रत्न के बारे में, जिसका संबंध मंगल ग्रह से माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है मूंगा रत्न को बिना कुंडली के विश्लेषण के नहीं धारण करना चाहिए। क्योंकि अगर आप मूंगा को शौक- शौक में धारण कर लेत हैं, तो आपको लाभ की जगह हानि हो सकती है। आइए जानते हैं मूंगा किन राशि वालों को धारण करने से बचना चाहिए…
जानिए कैसा होता है मूंगा
मूंगा रत्न लाल, सिंदूरी, गेरुआ, सफेद और काले रंग का होता है। मूंगा रत्न पहनने से मंगल ग्रह मजबूत होता है। मूंगा को अंग्रेजी में कोरल कहते हैं। आपको बता दें कि मूंगा समुद्र की गहराइयों में पाया जाता है और यह एक तरह की लकड़ी होती है।
इन राशि के लोगों को नहीं पहनना चाहिए मूंगा
मूंगा रत्न मकर और कुंभ राशि के जातकों को नहीं धारण करना चाहिए। क्योंकि इन राशियों पर जिन ग्रहों का आधिपत्य है, उनका मंगल ग्रह से शत्रुता का भाव है। इसलिए अगर आप मूंगा पहनते हैं तो क्रोध की अधिकता रह सकती है। साथ ही दुर्घटना हो सकती है। वहीं जीवनसाथी के साथ तनाव रह सकता है। साथ ही वहीं मूंगा के साथ गोमेद भी नहीं धारण करना चाहिए। क्योंकि राहु और मंगल ग्रह में शत्रुता का भाव है।
कुंडली में हो ये स्थिति तो भी धारण नहीं करें मूंगा
वहीं अगर मंगल ग्रह जन्मकुंडली में नीच के विराजमान हो तो भी मूंगा नहीं धारण करना चाहिए। साथ ही अगर मंगल शनि देव के साथ स्थित हो तो भी मूंगा पहनने से बचना चाहिए। वहीं वृष लग्न वालों के लिये मंगल सातवें और बारहवें भाव का स्वामी होता है, यानी सप्तमेश होता है और सप्तमेश मारकेश माना जाता है। इसलिए मूंगा आपके लिये मारक है इसलिए आप लोगों को भी मूंगा पहनने से बचना चाहिए। वहीं अगर मंगल ग्रह कुंडली में उच्च के स्थित हैं तो मूंगा पहन सकते हैं।