Mercury transit 2022: मेष राशि में बुध का गोचर होने जा रहा है। ज्योतिष में बुध ग्रह को शुभ ग्रह माना गया है, मान्यता है कि कुंडली में बुध ग्रह जिस भी अन्य ग्रह के साथ मौजूद होता है उसी के अनुरूप फल देता है। बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, वाणी आदि का कारक माना गया है। ऐसे में 8 अप्रैल को होने वाले बुध के गोचर का जातकों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा यह जानना दिलचस्प है। पंचांग के अनुसार 08 अप्रैल 2022 को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर मीन राशि से मेष राशि में बुध का गोचर होगा। बुध राशि परिवर्तन सभी राशियों पर असर डालने जा रहा है। आइए जानते हैं-
23 दिनों तक रहेंगे मेष राशि में: कन्या बुध की उच्च राशि होती है वहीं मीन इसकी नीच राशि मानी गई है और बुध ग्रह के गोचर काल की अवधि 23 दिनों की होती है। यानी कि बुध ग्रह एक राशि में तकरीबन 23 दिनों तक रहता है और फिर दूसरी राशि में प्रवेश कर जाता है। बता दें कि 8 अप्रैल को होने वाला गोचर में बुध 11 बजकर 50 मिनट पर मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर जाएगा जहां यह 25 अप्रैल 2022 तक रहने वाला है।
मेष राशि को सभी 12 राशियों में प्रथम स्थान प्राप्त है। मंगल की राशि, मेष एक अग्नि तत्व की राशि है। जबकि इसके स्वामी मंगल को एक उग्र ग्रह माना गया है। जिसका संबंध युद्ध, पराक्रम, रक्त,तकनीक आदि से है। विशेष बात ये है कि बुध की मंगल से शत्रुता है। यानि बुध का गोचर शत्रु की राशि में हो रहा है।
बुध और राहु की युति: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और बुध की युति से एक विशेष प्रकार का योग बनता है, जिस जड़त्व योग कहा गया है। ज्योतिष में इस योग को शुभ योग नहीं माना गया है। लेकिन माना जाता है कि कुछ मामलों में यह योग भी शुभ फल प्रदान करता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि कुंडली में यदि यह योग बन जाए तो व्यक्ति कि बुद्धि कुंठित हो जाती है। बता दें कि 12 अप्रैल को राहु के राशि परिवर्तन करते ही मेष राशि में बुध-राहु की युति बनेगी। यानि मेष राशि में राहु और बुध एक साथ गोचर करेंगे।
बुध का स्वभाव: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह, ग्रहों का राजकुमार है। सूर्य और शुक्र से बुध की मित्रता है। जबकि चंद्रमा और मंगल इस ग्रह का शत्रु है। बुध को एक बौद्धिक ग्रह माना गया है। वहीं शास्त्रों में बुध ग्रह को व्यापारियों का स्वामी और रक्षक माना गया है।
राहु का गोचर: बुध के गोचर के 4 दिनों बाद ही यानि 12 अप्रैल 2022 को वृषभ राशि में अपनी यात्रा को पूरा करने के बाद राहु मेष राशि में आ जाएगा। ज्योतिष शास्त्र में राहु को पाप ग्रह माना गया है ऐसे में बुध-राहु की युति जातक पर क्या प्रभाव डालेंगे, अगला लेख पढ़ें।