Mangla Gauri Vrat 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन मास के हर मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इसी क्रम में आज सातवां मंगला गौरी व्रत पड़ रहा है। आज के दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए मां पार्वती की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। आज के दिन पूजा करने से संतान की इच्छा रखने वाले दंपति को भी लाभ मिलता है। जानिए मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

मंगला गौरी व्रत 2023 शुभ मुहूर्त

स्थायीजायद योग का निर्माण – 15 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 43 मिनट तक
पुष्य नक्षत्र का समय – 15 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 59 मिनट तक

सावन का सातवें मंगला गौरी व्रत में शुभ योग

आज पुष्य और अश्लेषा नक्षत्र के साथ व्यातिपात और वरीयान योग लग रहा है। इसके अलावा दोपहर 1 बजकर 58 मिनट से 16 अगस्त को सुबह 6 बजकर 7 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।

मंगला गौरी व्रत पूजा विधि

आज मां मंगला गौरी का मनन करते हुए व्रत का संकल्प लें। इसके बाद पूजा अर्चना प्रारंभ करें। सबसे पहले एक लकड़ी की चौकी में लाल रंग का कपड़ा बिछाकर मां पार्वती की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद मां गौरी को जल अर्पित करें। इसके बाद फूल, माला, सिंदूर, कुमकुम, रोली, सोलह श्रृंगार के साथ भोग लगाएं। इसके साथ ही एक पान में 2 लौंग, एक हरी इलायची, एक रुपए का सिक्का और बतासा या मिठाई रखकर चढ़ा दें। इसके बाद जल चढाएं। फिर घी का दीपक, धूप जलाकर मां पार्वती की पूजा करने के साथ आरती कर लें। अंत में भूल चूक के लिए माफी मांग लें। इसके बाद दिनभर व्रत रखें।

मंगला गौरी व्रत मंत्र

सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
ॐ उमामहेश्वराय नम: मंत्र का जप भी कर सकते हैं।

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