Maa Katyayani Ki Aarti Lyrics in Hindi: आज शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन है और आज दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाएगी। दरअसल, इस बार दो दिन तृतीया तिथि एक साथ पड़ने के कारण विशेष संयोग बन रहा है। इसी वजह से आज मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाएगी। शास्त्रों में वर्णित है कि मां कात्यायनी की आराधना करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। मां कात्यायनी का स्वरूप अत्यंत तेजस्वी और दैदीप्यमान है। इनके चार भुजाएं हैं। मां अपने भक्तों को सौभाग्य और वैवाहिक सुख का आशीर्वाद देती हैं। नवरात्रि के इस दिन मां कात्यायनी की विधिवत पूजा करने के साथ इस आरती को अवश्य पढ़ना चाहिए। क्योंकि कोई भी पूजा आरती के बिना अधूरी मानी जाती है। ऐसे में यहां पढ़ें पूरी आरती…
मां कात्यायनी की आरती | Maa Katyayani Ki Aarti
जय जय अम्बे जय कात्यायनी
जय जगमाता जग की महारानी
बैजनाथ स्थान तुम्हारा
वहां वरदाती नाम पुकारा
कई नाम हैं कई धाम हैं
यह स्थान भी तो सुखधाम है
हर मन्दिर में ज्योत तुम्हारी
कही योगेश्वरी महिमा न्यारी
हर जगह उत्सव होते रहते
हर मन्दिर में भगत हैं कहते
कात्यायनी रक्षक काया की
ग्रंथि काटे मोह माया की
झूठे मोह से छुडाने वाली
अपना नाम जपाने वाली
बृहस्पतिवार को पूजा करिए
ध्यान कात्यायनी का धरिये
हर संकट को दूर करेगी
भंडारे भरपूर करेगी
जो भी मां को भक्त पुकारे
कात्यायनी सब कष्ट निवारे
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