Moonstone Benefits: वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए मंत्र और रत्नों का वर्णन मिलता है। साथ हर ग्रह का एक प्रतिनिधि रत्न होता है। जिसको धारण करके उस ग्रह के अशुभ प्रभाव को दूर किया जाता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं मून स्टोन के बारे में, जिसका संबंध चंद्र ग्रह से माना जाता है। मून स्टोन धारण करने से व्यक्ति मानसिक विकारों से मुक्ति मिलती है। साथ ही कुंडली में मौजूद चंद्र दोष का अशुभ प्रभाव भी दूर होता है। मून स्टोन को चन्द्रकान्तमणि, चन्द्रमणि और गोदन्ता के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं मून स्टोन पहनने के नियम और लाभ…
ये लोग कर सकते हैं मून स्टोन धारण
- मून स्टोन मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन लग्न के लोग धारण कर सकते हैं।
- वहीं ज्योतिष अनुसार सिंह, तुला और धनु लग्न वाले लोग सलाह लेकर विशेष दशाओं और ग्रहों की स्थितियों में मून स्टोन पहन सकते हैं।
- कुंडली में चंद्रमा उच्च मतलब शुभ विराजमान हो तो भी मून स्टोन पहन सकते हैं।
- मून स्टोन के साथ हीरा, नीलम और गोमेद नहीं पहनना चाहिए। अन्यथा नुकसान हो सकता है। क्योंकि मून स्टोन का संबंध चंद्र ग्रह से होता है और नीलम शनि का और गोमेद राहु का रत्न है। वहीं ज्योतिष के अनुसार इन ग्रहों की चंद्र ग्रह के साथ शत्रुता है।
- जिनकी कुंडली में चंद्रमा भाग्य अथवा धन भाव का स्वामी हैं, वे मून स्टोन धारण कर सकते हैं।
मून स्टोन धारण करने के लाभ
ज्योतिष अनुसार जो लोग डिसीजन लेने में फंसते हैं या जिनकी डिसीजन मेकिंग कमजोर होते हैं। वो लोग मून स्टोन धारण कर सकते हैं। वहीं जो लोग सोते हुए चल देते हैं या जिनको अनिद्रा की समस्या हो वो लोग भी मून स्टोन धारण कर सकते हैं। साथ ही अगर जन्मकुंडली में चंद्रमा के संबंधित जैसे जल्दी- जल्दी सर्दी होना या गला खराब होना वो लोग भी मून स्टोन धारण कर सकते हैं।
इस विधि से धारण करें मून स्टोन
मून स्टोन एक तरह से उपरत्न की संज्ञा में ही आता है। इसलिए मून स्टोन को थोड़ा भारी खरीदना चाहिए। साथ ही इसको सोमवार के दिन चांदी के धातु में धारण करना चाहिए। धारण करने से पहले अंगूठी को गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करना चाहिए और फिर धाऱण करनी चाहिए।