लोग अकसर अपने सुख चैन के खोने की वजह दूसरों को मानते हैं। लेकिन आचार्य चाणक्य के अनुसार इंसान अपने सुखों में कमी आने के पीछे का कारण खुद ही होता है। व्यक्ति कई बार ऐसी गलतियां कर देता है जिससे की उसका सुख और चैन खत्म हो जाता है और वह परेशानियों से घिर जाता है। आचार्य चाणक्य द्वारा कुछ बातें ऐसी बताई गयी है जिसके कारण इंसान हमेशा दुखी रहता है और यह चीजें इंसान का सुख चैन छीन लेती हैं…

– चाणक्य के अनुसार जब व्यक्ति अपने पास मौजूद चीजों को छोड़कर उन चीजों के बारे में सोचने लगे जो उसके पास नहीं है। तो ऐसे व्यक्ति अपने आप से अपने सुखों को दूर कर देते हैं। वह अपनी जरूरी चीजों पर से ध्यान हटाकर दिखावटी चीजों की तरफ आकर्षित होने लगते हैं। जिस वजह से उनकी मानसिक शांति भंग होने लगती है और वह परेशान रहने लगते हैं।

– किसी भी काम को इतना मन लगाकर करें कि किसी अनावश्यक चीजों पर ध्यान न जाने पाये। आचार्य चाणक्य अनुसार जब व्यक्ति किसी के अधीन काम करते हुए यह सोचने लगे कि अमुक व्यक्ति को उसके नीचे काम करना चाहिए था तो ऐसा व्यक्ति हमेशा परेशान रहता है।

– स्वास्थ्य को ही धन माना गया है। जब कोई व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के साथ लापरवाही करते हुए खराब भोजन खाने लगे तो ऐसे व्यक्ति के विचारों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और ऐसे लोगों का स्वास्थ्य खराब रहने की वजह से ये लोग परेशान रहते हैं।

–  अगर किसी व्यक्ति का पुत्र उसकी बात मानना बंद कर दे और हर बात को लेकर के वह अपनी मनमानी करने लगे तो ऐसे व्यक्ति का सुख और चैन चला जाता है। ऐसे लोग हमेशा दुखी रहते हैं।

– जिस व्यक्ति का अपनी पत्नी से हमेशा झगड़ा होता रहता हो और उसकी पत्नी हमेशा उसे भला बुरा कहती रहती हो तो ऐसे व्यक्ति के दिमाग में कभी शांति नहीं रहती है। ऐसे लोगों का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। ऐसे ही अगर किसी महिला का पति उसकी बात नहीं सुनता हो और हमेशा गुस्से में रहता है तो ऐसे लोग कभी खुश नहीं रह पाते हैं।