हस्तरेखा विशेषज्ञ कहते हैं कि जातक के नाखूनों से स्वभाव से लेकर उसके भाग्य का पता चलता है। हस्तरेखा विशेषज्ञ कहते हैं कि जितना महत्व हमारे हाथ की रेखाओं का उतना ही महत्व हमारे नाखूनों का भी है। आज हम आपके लिए लाएं हैं कीरो हस्तरेखा शास्त्र किताब से खास जानकारी जिसमें नाखूनों को चार भागों में बांटा गया है। किताब के मुताबिक हम अपने नाखूनों को चार भागों में बांट सकते हैं।लम्बे नाखून, चौड़े नाखून, छोटे नाखून और तंग नाखून।
छोटे नाखून वाले लोग सदा ही किसी ना किसी दर्द से पीड़ित रहते हैं। इन लोगों को सिर दर्द, आंख दर्द और कान दर्द होते हैं। ये लोग परिश्रमी होते हैं लेकिन एक काम का लगातार नहीं कर सकते हैं। ये लोग हंसी -मजाक का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
जिन लोगों के नाखून लम्बे होते हैं उन लोगों के बारें में कहा जाता है कि ये लोग रात में सोते समय थोड़ी सी भी असावधानी बरतते हैं तो उनकी गर्दन या कमर अकड़ जाती है। इन लोगों के सीने और फेफड़े कमजोर होते हैं। ये उन लोगों में सबसे अधिक होता है जिन लोगों में नाखूनों पर चंद्र का निशान बना होता है। वहीं जिन लोगों के नाखूनों पर चंद्र का निशान हो या नाखूनों पर घाटियां हों और टेढ़े-मेढ़े होकर मांस-पेशियों में धंसे हुये हों। तो ऐसे लोगों को नजला, जुकाम आदि की शिकायत हो सकती है। साथ ही इन लोगों का स्वभाव चिड़चिड़ा होता है।
चौड़े नाखून- इन लोगों को कुछ ना कुछ बिमारी लगी रहती है। इन लोगों की सेहत कभी ठीक नहीं रहती है। गर्मी के मौसम में इन लोगों के मुंह में छाले पड़ जाते हैं। इन लोगों की जीभ के दोनों किनारों का मांस ऊंचा उठा होता है। इन लोगों के बारें में कहा जाता है कि इन्हें गुस्सा बहुत आता है। अगर ये लोग नशीली वस्तुओं का सेवन करते हैं तो इन्हें मृगी आदि के रोग का शिकार होना पड़ सकता है।
तंग नाखून- जिन लोगों के नाखून छोटे होते हैं उन लोगों में दयाभाव बहुत कम होता है। ये लोग डरकोप, कमजोर स्वास्थ्य और चिड़चिड़े स्वभाव के होते हैं। इन लोगों में शक करने की आदात होती है। ये लोग दूसरों की आलोचना करने का कोई मौका नहीं छोड़ते।