Gajkesari Rajyog In Kundli: आपने देखा होगा कुछ लोग गरीब परिवार में पैदा होकर भी अमीर बनते हैं। साथ ही वह जीवन में सभी भौतिक सुखों को प्राप्त करते हैं और आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है। ज्योतिष से देखा जाए तो ऐसे लोगों की कुंडली में कुछ ऐसे राजयोग स्थित होत हैं, जो उनको सभी राजसुख प्रदान करते हैं। ऐसे ही एक राजयोग के बारे में हम बात करने जा रहे हैं, जिसका नाम है गजकेसरी राजयोग, ज्योतिष शास्त्र में बताया गया एक ऐसा राजयोग है जिसका मतलब है हाथी के ऊपर सवार सिंह। साथ ही यह राजयोग भाग्यशाली लोगों की कुंडली में होता है। जिसकी कुंडली में यह राजयोग बनता है, वह वह गुणवान, ज्ञानी और उत्तम गुणों वाला होता है। आइए जानते हैं कुंडली में कैसे बनता है गजकेसरी राजयोग और इसके लाभ…
कुंडली में ऐसे बनता है गजकेसरी राजयोग
वैदिक ज्योतिष में कुंडली इस योग का निर्माण तब होता है जब गुरु और चंद्रमा की खास स्थिति बनती है। साथ ही गुरु और चंद्रमा जब किसी राशि में साथ बैठे होते हैं या फिर गुरु जिस राशि में होते हैं उस राशि से चौथे, सातवें और दसवें घर में चंद्रमा होते हैं तो गजकेसरी योग का निर्माण होता है। लेकिन यहां पर ये देखना बहुत जरूरी होता है, कि चंद्रमा और गुरु की डिग्री कैसी हैं, साथ ही इन पर किस ग्रह की दृष्टियां है। क्योंकि अगर इन ग्रहों की डिग्री कमजोर हैं, तो व्यक्ति को राजयोग का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होगा।
गजकेसरी राजयोग के लाभ
वैदिक ज्योतिष अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग होता है, वह अपने करियर में ऊंचाइयों को हासिल करता है। साथ ही वह कम समय में ही धनवान बन जाता हैा। साथ ही उसकी इच्छाओं पूर्ति होती है। जातक को राजसी सुख और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
वहीं गजकेसरी योग जब चतुर्थ और दशम भाव में बनता है तो व्यक्ति अपने व्यवसाय और करियर में ऊंचे मुकाम हासिल करता है। जिस व्यक्ति की कुंडली वह बलवान, बुद्धिमान, दूरदर्शी सोच का व्यक्ति होता है। साथ ही वह समाज में मान- सम्मान और प्रतिष्ठा पाता है। साथ ही वह वाद-विवाद और भाषण कला में निपुण होता है।