Ketu Planet Transit In Kanya: ज्योतिष शास्त्र अनुसार ग्रह समय- समय पर राशि परिवर्तन करते रहते हैं, जिसका असर मानव जीवन और पृथ्वी पर सीधेतौर पर पड़ता है। साथ ही परिवर्तन किसी के लिए शुभ तो किसी के लिए अशुभ रहता है। आपको बता दें कि अक्टूबर में केतु ग्रह कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं। दरअसल केतु और राहु ग्रह हमेशा वक्री अवस्था में ही भ्रमण करते हैं। इसलिए यह तुला से निकलकर कन्या में प्रवेश करेंगे। ऐसे में इनके गोचर का प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय विशेष सावधान रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…
वृष राशि (Taurus Zodiac)
आप लोगों के लिए केतु ग्रह का राशि परिवर्तन नुकसानदायक साबित हो सकता है। क्योंकि यह गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होने जा रहा है। वहीं केतु ग्रह नवम, 11वें और लग्न पर दृष्टि डालेंगे। इसलिए इस समय छात्रों का पढ़ाई में मन नहीं लगेगा। साथ ही प्रेम- संबंधों में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं इस समय नौकरीपेशा लोगों को नौकरी नहीं बदलनी चाहिए। साथ ही इस समय आप कोई नया काम शुरू नहीं करें तो बेहतर होगा। लेकिन इस समय कारोबारियों को लाभ होगा।
सिंह राशि (Leo Zodiac)
केतु ग्रह का गोचर सिंह राशि के जातकों को प्रतिकूल सिद्ध हो सकता है। क्योंकि केतु ग्रह आपकी राशि से दूसरे भाव में विचरण करेंगे। वहीं केतु छठे, आठवें और दशम भाव पर दृष्टि डालेंगे। इसलिए इस समय आपकी वाणी में कटुता आ सकती है। इसलिए आपको इस समय किसी साथ वाद- विवाद से बचना चाहिए। वहीं परिवार में कलह हो सकती है। किसी कोर्ट केस में हार मिल सकती है। साथ ही वाहन सावधानी से चलाएं क्योंकि दुर्घटना के योग बन रहे हैं। वहीं इस समय आपको गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए। लेकिन इस गोचर में नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है।
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
आप लोगों के लिए केतु ग्रह का राशि परिवर्तन प्रतिकूल सिद्ध हो सकता है। क्योंकि केतु ग्रह आपकी गोचर कुंडली के कर्म भाव पर भ्रमण करने जा रहे हैं। सात ही केतु देव की दृष्टि दूसरे,चौथे और छठे भाव पर पड़ेगी। इसलिए इस समय आपको कार्यस्थल पर थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मतलब आपको जूनियर और सीनियर का सहयोग प्राप्त नहीं हो। वहीं इस समय आपको किसी को धन उधार देने से बचना चाहिए। अन्यथा धन डूब सकता है। साथ ही इस समय आपको माता की सेहत का ध्यान रखना चाहिए।