भगवान श्री राम का विवाह राजा जनक की पुत्री माता सीता के साथ हुआ था। राजा जनक जनकपुर के निवासी थे, जो नेपाल में है। विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक जगद्गुरु रामभद्राचार्य हाल ही में जनकपुर (नेपाल) पहुंचे थे, जिसका एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जनकपुर की महिलाएं पारंपरिक अंदाज में गारी सुनाकर उनका स्वागत करती नजर आ रही हैं। महिलाएं उनसे हास्य-विनोद करती दिख रही हैं।

हास्य व्यंग करने की चली आ रही है परंपरा: रामचरित मानस में वर्णन है कि जब भगवान श्री राम की बारात मिथिला पहुंची तो साथ में गुरु वशिष्ठ भी थे, तो वहां की महिलाओं ने बरातियों और गुरु वशिष्ठ से हास्य-व्यंग्य किया और उनको गारियां सुनाईं। ये परंपरा आजतक चली आ रही है। गुरु रामभद्राचार्य जनकपुर पहुंचे तो वहां की महिलाएं उनका स्वागत करने पहुंचीं और समधी (गुरुदेव वशिष्ठ) के भाव से पारम्परिक गारी “समधी साला है” सुनाने लगीं। गुरुवर भी वीडियो में प्रसन्न मुद्रा में दिख रहे हैं।

कौन हैं कथा वाचक रामभद्राचार्य: जगद्गुरु रामभद्राचार्य एक विश्व विख्यात कथा वाचक हैं और मूल रूप से जौनपुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं। रामभद्राचार्य भारत के चार प्रमुख जगद्गुरु में से एक हैं और उनको 1988 में इस उपाधि से नवाजा गया। राम भद्राचार्य तुलसीपीठ के संस्थापक और प्रमुख हैं। तुलसीपीठ संत तुलसीदास के नाम पर चित्रकूट में एक धार्मिक और सामाजिक सेवा संस्थान है। रामभद्राचार्य चित्रकूट में जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय के संस्थापक और आजीवन चांसलर भी हैं।

रामभद्राचार्य जी का यह वीडियो ट्विटर और फेसबुक पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है। जिस पर मशहूर कवि कुमार विश्वास सहित कई यूजर्स ने कमेंट किए हैं।

कुमार विश्वास ने ट्विटर पर लिखा है ”अनिर्वचनीय आनंद। पूज्य महाराज जी मुख पर वैसी ही सलज्ज मंद मुस्कान है जैसी गुरु वशिष्ठ के मुख पर रही होगी। उन्होंने आगे लिखा है। महाराज जी के साथ हम जैसे कोई लखन लाल गए होते तो देते जमकर ऐसा जवाब। “कोउ नहिं उपजे मात पिता बिन अस है जग की नीति, तुम्हरी बिटिया महि ते उपजीं अस हमरी नहिं रीति।”