Kartik Mahine Me Kya Karein: हिंदू धर्म में कार्तिक मास का बहुत विशेष महत्व है। क्योंकि इसी महीने भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं। वहीं पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने श्रीमद्भागवद् गीता में कहा है कि उन्हें कार्तिक मास अत्यंत प्रिय है। साथ ही उन्होंने आगे कहा है कि महीनों में मैं कार्तिक हूं। वहीं मान्यता है कि भगवान विष्णु के इस प्रिय महीने में व्रत, तप और पूजा पाठ करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं इस महीने मां लक्ष्मी घरती पर भ्रमण करती हैं और धन का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। आपको बता दें कि वैदिक पंचांग के अनुसार कार्तिक मास आज यानी 29 अक्टूबर से आरंभ हो गया है। आइए जानते हैं इस महीने क्या करना चाहिए और क्या नहीं…
जानिए क्या करें और क्या नहीं
करें तुलसी मां की पूजा
कार्तिक मास में तुलसी पूजन का महत्व शास्त्रों में बताया गया है। वहीं तुलसी रोपण और सेवन से लाभ मिलता है। इसलिए इस महीने आप तुलसी का पौधा लगा सकते हैं। साथ अगर घऱ में तुलसी का पौधा है, तो रोज दीपक जलाएं और पूजा करें। वहीं ऐसी मान्यता है कि विवाह संबंधी अड़चनों को दूर करने में भी तुलसी पूजा को महत्वपूर्ण माना जाता है।
करें दीपदान
इस महीने में दीपदान करने का विशेष महत्व है। इसलिए इस महीने मुख्य द्वार पर एक रोज एक दीपक जलाएं। साथ ही साथ ही, नदी, तालाब व अन्य स्थानों के पास दीपक जलाने से भी लाभ मिलता है।
जमीन पर सोना
शास्त्रों के अनुसार कार्तिक मास भूमि पर सोना भी एक प्रमुख नियम माना गया है। क्योंकि भूमि पर सोने से मन में सात्विकता का भाव आता है। इसलिए इस महीने जमीन पर सोना चाहिए।
पवित्र नदी मेंं स्नान
इस महीने पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में सुख- समृद्धि का वास रहता है। वहीं अगर ऐसा नहीं हो पाए तो नहाने के जल में थोड़ा गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
तेल लगाना वर्जित
कार्तिक महीने में शरीर पर तेल लगाने की भी मनाही होती है। कार्तिक महीने में केवल एक बार नरक चतुर्दशी के दिन ही शरीर पर तेल लगा सकते हैं। इस दिन तेल लगाने से दोष नहीं लगता है।
दलहन खाना निषेध
कार्तिक महीने में द्विदलन यानी उड़द, मूंग, मसूर, चना, मटर, राई खाने पर भी मनाही होती है।