आश्चिन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा शरद पूर्णिमा के रूप में मनाई जाती है। शरद पूर्णिमा को रास पूर्णिमा भी कहा जाता है तथा कुछ क्षेत्रों में इस व्रत को कौमुदी व्रत भी कहा जाता है। शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा व भगवान विष्णु का पूजन कर, व्रत कथा पढ़ी जाती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इसी दिन चन्द्र अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने गोपियों के साथ महारास रचा था। शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा हमारी धरती के बहुत करीब होता है। इसलिए चंद्रमा के प्रकाश में मौजूद रासायनिक तत्व सीधे-सीधे धरती पर गिरते हैं। खाने-पीने की चीजें खुले आसमान के नीचे रखने से चंद्रमा की किरणे सीधे उन पर पड़ती है। इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मनाया जाता है।
इस दिन मनुष्य विधिपूर्वक स्नान करके उपवास रखे और जितेन्द्रिय भाव से रहे। इसके बाद घी मिश्रित खीर तैयार करे और बहुत-से पात्रों में डालकर उसे चन्द्रमा की चांदनी में रखें। जब एक प्रहर (6 घंटे) बीत जाएं, तब लक्ष्मीजी को सारी खीर अर्पण करें। तत्पश्चात भक्तिपूर्वक सात्विक ब्राह्मणों को इस प्रसाद रूपी खीर का भोजन कराएं और उनके साथ ही मांगलिक गीत गाकर तथा मंगलमय कार्य करते हुए रात्रि जागरण करें। इस रात्रि की मध्यरात्रि में देवी महालक्ष्मी अपने कर-कमलों में वर और अभय लिए संसार में विचरती हैं और मन ही मन संकल्प करती हैं कि इस समय भूतल पर कौन जाग रहा है? जागकर मेरी पूजा में लगे हुए उस मनुष्य को मैं आज धन दूंगी। इन व्हॉट्सऐप, फेसबुक और एसएमएस के द्वारा दें अपने प्रियजनों को बधाई।
मान्यता है कि लक्ष्मी पूजा के दिन देवी लक्ष्मी यह देखने निकलती हैं कि उनके लिए कौन भक्त जाग रहा है। इसलिए कोजागरा की पूरी रात लोग जागरण करते हैं और घर की महीलाएं इस दिन व्रत भी करती हैं। वक्त काटने के लिए कौड़ी से पचीसी खेली जाती है। जुआ भी खेलने की परंपरा है ताकि नवविवाहितों को जीवन में हार-जीत का महत्व का पता चले।
शरद पूर्णिमा की हार्दिक बधाई।।
चांद-सी शीतलता शुभ्रता कोमलता
उदारता प्रेमलता आपको और आपके
परिवार को प्रदान हो।
शुभ शरद पूर्णिमा।।
अमृत बने शरद-पूनो का खीर
वृद्धि आयु की।
शरद पूर्णिमा की बधाई।।
संग गोपियां राधा चली कृष्णा के द्वार
कान्हा के सांवले रंग के बिखरे छटा अपार
पूर्णिमा के उज्जवल प्रकाश मिली वो कृष्णा से
रास लीला आज होगी और नाचेगा सारा संसार।
शरद पूर्णिमा की हार्दिक बधाई।।