How to Identify Real or Fake Tulsi Mala: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत अधिक महत्व है। इस शास्त्रों में शुद्ध और पवित्र माना जाता है। इसी के कारण सूखी तुलसी की पत्तियां भगवान को चढ़ाना शुभ माना जाता है। भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। इसके बिना अर्पित किए पूजा अधूरी मानी जाती है। वहीं तुलसी की माला पहनने से कुंडली में बुध और शुक्र की स्थिति मजबूत होती है। इसके साथ ही मानसिक शांति मिलती है। इसके साथ ही जो व्यक्ति इसे गले में धारण कर लेते हैं उसका मन नियंत्रण में रहता है। इसके साथ ही बुखार, जुकाम, सिरदर्द, स्किन संबंधी रोगों से निजात मिलने के साथ यश, कीर्ति और सौभाग्य को बढ़ता है। लेकिन तुलसी की माला के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बाजारों में नकली माला तेजी से बक रही है। ऐसे में जानिए कैसे करें असली और नकली तुलसी की माला की पहचान।
दो तरह की होती है तुलसी की माला
तुलसी की माला आमतौर पर दो तरह की होती है रामा और श्यामा तुलसी। ये दोनों की तुलसी की माला पहनना काफी शुभ माना जाता है।
कैसे करें असली और नकली तुलसी की माला की पहचान
तुलसी की माला असली है कि नकली। इस बारे में सिर्फ एक ही तरीके से जाना जा सकता है। एक पात्र में पानी ले लें और उसमें तुलसी माला डाल दें। करीब 20 से 25 मिनट इसे पानी में पड़ा रहने दें। अगर तय समय के अनुसार तुलसी माला का रंग छूटने लगे, तो इसका मतलब यह है कि वह तुलसी का माला असली नहीं है। अगर पानी में रंग न छोड़े, तो समझ लें कि यह असली तुलसी की माला है।
तुलसी की माला पहनने के लाभ
- तुलसी की माला पहनने से आत्मविश्वास की वृद्धि होती है।
- तुलसी की माला पहनने से शारीरिक समस्याओं जैसे कि बुखार, जुकाम, सिरदर्द, स्किन संबंधी रोगों से छुटकारा मिलेगा।
- तुलसी की माला पहनने से संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है।
- कुंडली में शुक्र और बुध की स्थिति मजबूत होती है।
- तुलसी की माला पहनने से मन में सकारात्मक भावना का विकास होता है। अध्यात्मिक उन्नति में वृद्धि होती है।
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