Hans Raj Yog In Kundli: ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु कहा जाता है। यह धनु और मीन राशि के स्वामी होते हैं। वहीं गुरु ग्रह की कर्क उच्च राशि है जबकि मकर इसकी नीच राशि होती है। साथ ही गुरु ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक माने जाते हैं। ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति पर बृहस्पति ग्रह की कृपा बरसती है उस व्यक्ति के अंदर सात्विक गुणों का विकास होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति सत्य के मार्ग पर चलता है। साथ ही गुरु ग्रह के प्रभाव से व्यक्ति सात्विक होता है। भगवान पर पूर्ण आस्था होती है।
ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह का गोचर जन्मकालीन राशि से दूसरे, पांचवें, सातवें, नौवें और ग्यारहवें भाव में शुभ फल प्रदान करते हैं। वहीं ज्योतिष में गुरु ग्रह ग्रह अध्यापन, संपादन कार्य, पनवाड़ी, हलवाई, इत्र का कार्य, फिल्म निर्माण, पीली वस्तुओं का व्यापार, आभूषण विक्रेता आदि कार्यों से संबंध रखता है। साथ ही गुरु ग्रह का रत्न पुखराज और उपरत्न सुनहला होता है। वहीं अगर रुद्राक्ष की बात करें तो पांच मुखी रुद्राक्ष का संबंध गुरु बृहस्पति से माना जाता है।
वहीं ज्योतिष शास्त्र में 5 पंचमहापुरुष राजयोगों का वर्णन मिलता है। यह राजयोग 5 ग्रहों के प्रभाव से बनते हैं। यहां हम बात करने जा रहे हैं हंस महापुरुष राजयोग के बारे में, जिसका निर्माण गुरु बृहस्पति करते हैं। अगर यह राजयोग किसी व्यक्ति की कुंडली में बन रहा हो तो ऐसे लोग अध्यात्म और ज्योतिष के क्षेत्र में अच्छा नाम कमाते हैं। साथ ही ऐसे लोगों को समाज में खूब मान- सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है आइए जानते हैं इस राजयोग का निर्माण कैसे होता है और राजइस योग के बनने से व्यक्ति को क्या लाभ मिलते हैं…
ऐसे बनता है कुंडली में हंस राजयोग
इस योग का निर्माण किसी व्यक्ति की कुंडली में तब होता है जब गुरु ग्रह लग्न या चन्द्रमा से पहले, चौथे, सातवें और दसवें भाव में कर्क, धनु अथवा मीन राशि में स्थित होते हैं तब हंस योग बनता है। वहीं अगर गुरु बृहस्पति की डिग्री मजबूत हैं तो इस योग का पूर्ण फल व्यक्ति को प्राप्त होता है। साथ ही किसी ग्रह की शुभ दृष्टि इस राजयोग को मजबूत बनाती है।
होते हैं धार्मिक और आस्थावान
हंस राजयोग में जन्में व्यक्ति का व्यक्तित्व आकर्षक होता है। साथ ही ऐसे लोग स्वभाव से सरल और सुशील होते हैं। इन लोगों की भगवान में पूर्ण आस्था होती है। साथ ही ये लोग ये लोग ज्योतिष और गूढ़ विषयों के जानकार होते हैं। साथ ही हंस राजयोग निर्माण से व्यक्ति किसी धार्मिक या आध्यात्मिक संस्था में किसी प्रतिष्ठा और स्वामित्व वाले पद को प्राप्त करने वाला हो सकता है।
अकूत धन दौलत और प्रतिष्ठा की होती है प्राप्ति
हंस राजयोग जिन लोगों की कुंडली में होता है, उनको लोगों के जीवन में धन की कमी नहीं रहती है। ये लोग अकूत धन- संपत्ति के मालिक होते हैं। इनकी दूसरों से बात करने की शैली लाजवाब होती है, जिससे यह लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेते हैं. इनको सदैव अपने घर परिवार का साथ मिलता है.साथ ही इन लोगों को समाज में खूब आदर- सत्कार मिलता है। साथ ही इनको प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। लोग बातचीत करने में निपुण होते हैं। जिससे यह लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेते हैं। ये लोग समाज में अपनी अलग पहचान बनाते हैं। ये लोग प्रोफेसर और शिक्षक भी हो सकते हैं। क्योंकि वैदिक ज्योतिष में गुरु को ज्ञान का कारक माना जाता है।
सामाजिक कार्यों में रहते हैं सबसे आगे
वहीं जिन व्यक्तियों की कुंडली में हंस राजयोग होता है, वो लोग जीवन में खूब दान करने वाले होते हैं। साथ ही सामाजिक कार्यों में आगे रहते हैं। इस योग के प्रभाव से कभी-कभी ऐसे जातकों में वैराग्य या विरक्ति की भावना भी देखी जाती है, जिससे प्रेम या वैवाहिक जीवन में थोड़ा संघर्ष हो सकता है। इसलिए ऐसे लोगों को रिश्तों में स्थायित्व बनाए रखने के लिए विशेष रूप से प्रयास करना चाहिए। वहीं हंस योग के बनने से पारिवारिक जीवन में भी हमेशा संतुलन बना रहता है। ऐसे लोग रिश्तों को निभाने वाले होते हैं और परिवार में अपनी स्थिति को समझते हैं। ये लोग परिवार को एक साथ लेकर चलने वाले माने जाते हैं। साथ ही ये लोग अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से समझते हैं।
ऐसा होता है वैवाहिक जीवन और लव लाइफ
हंस योग में जन्मे व्यक्तियों का वैवाहिक जीवन अच्छा रहता है। वहीं जीवनसाथी के साथ इनका तालमेल अच्छा रहता है। साथ ही ये लोग जीवनसाथी की केयर करने वाले होते हैं। साथ ही ये लोग अपने पार्टनर के साथ अच्छा सामंजस्य बिठाते हैं। वहीं इन लोगों का स्वभाव थोड़ा केयरिंग होता है। ये लोग अपने पार्टनर को खुश रखने के लिए समय- समय पर घूमने का प्लान बनाते हैं। ये अपने पार्टनर को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ प्रेम करते हैं। साथ ही ये लोग ये अपने रिश्ते में तालमेल और समझ को बहुत अहमियत देते हैं। ये दिल से बातें करने वाले और बहुत ही समझदारी से रिश्तों को संभालने वाले लोग होते हैं। ये अपने पार्टनर को क्वालिटी टाइम देते हैं। साथ ही इनकी निर्णय लेने की क्षमता बहुत अच्छी होती है। बच्चों और भाई-बहनों के साथ सामंजस्य बना रहता है।
ये लोग हो सकते हैं
हंस राजयोग में पैदा हुआ लोगों की सेहत आमतौर पर अच्छी रहती है। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ मोटापे, ब्लड प्रेशर, हड्डियों से जुड़ी परेशानियों का सामना ये कर सकते हैं। साथ ही इन लोगों को पेट से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है।