Jupiter Vakri In Aries: वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को एक सात्विक ग्रह माना गया है। वहीं गुरु ग्रह धन, समृद्धि, आध्यात्म, ज्योतिष, पूजा- पाठ, संतान. संपन्नता और गुरु के कारक हैं। इसलिए जब भी गुरु ग्रह की चाल में बदलाव आता है। तो इन सेक्टरों के साथ सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है। आपको बता दें कि गुरु ग्रह अभी मेष राशि में गोचर कर रहे हैं और वह सितंबर की शुरुआत में वक्री होने जा रहे हैं। जिससे 3 राशि के जातकों को गुरु का वक्री होना शुभ फलदायी सिद्ध हो सकता है। आइए जानते हैं ये किन राशि के जातक हैं…
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
आप लोगों के लिए गुरु ग्रह का वक्री होना शुभ साबित हो सकता है। क्योंकि गुरु ग्रह आपकी गोचर कुंडली के पंचम भाव में वक्री होने जा रहे हैं। इसलिए इस समय आपको संतान से संबंधित कोई खुशखबरी मिल सकती है। साथ ही संतान की तरक्की हो सकती है। वहीं गुरु ग्रह आपकी राशि से लग्न और चतुर्थ स्थान के स्वामी हैं। इसलिए इस समय आप कोई जमीन- जायदाद भी खरीद सकते हैं। साथ ही आपको सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। वहीं प्रेम- संबंधों में आपको सफलता मिल सकती है। साथ ही अगर आप छात्र हैं, तो आप इस अवधि में किसी कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।
मेष राशि (Aries Zodiac)
गुरु ग्रह का वक्री होना मेष राशइ के जातकों को लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। क्योंकि गुरु ग्रह आपकी गोचर कुंडली के लग्न भाव में वक्री हुए हैं। साथ ही गुरु ग्रह आपकी राशि से नवम और 12 वें स्थान के स्वामी हैं। इसलिए इस समय आपकी किस्मत का चमक सकती है। वहीं आप इस समय धर्म- कर्म के कामों में रूचि ले सकते हैं। साथ ही इस समय आप सेविंग करने में सफल रहेंगे। वहीं इस समय आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति हो सकता है। साथ ही इस समय आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। साथ ही साथ ही इस समय धन का विस्तार करने के लिए भी आपको सही अवसर प्राप्त होंगे। करियर में ग्रोथ मिल सकती है।
कर्क राशि (Cancer Zodiac)
आप लोगों के लिए गुरु ग्रह का उल्टी चाल से चलना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। क्योंकि गुरु बृहस्पति आपकी राशि से दशम भाव में वक्री होने जा रहे हैं। साथ ही वह छठे और नवम भाव के स्वामी हैं। इसलिए जो लोग बेरोजगार हैं, उनको नई नौकरी मिल सकती है। साथ ही व्यापारियों को इस समय अच्छा धनलाभ हो सकता है। कोई नई व्यवसायिक डील हो सकती है, जिससे भविष्य में लाभ के संकेत हैं। वहीं इस समय आपको किस्मत का भी साथ मिल सकता है। वहीं कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है।