Eid ul-Fitr 2024 Moon Sighting, Moonrise Time Today in India(आज चांद निकलने का समय क्या है 2024): ईद-उल-फितर मुसलमानों का सबसे पवित्र त्योहार है जो रमजान के 30 रोज़े रखने के बाद मनाया जाता है। इस्लाम धर्म के मुताबिक ईद का ये त्योहार ईद से एक दिन पहले चांद देखकर मनाया जाता है। ईद-उल-फितर को आम बोल चाल की भाषा में मीठी ईद भी कहा जाता है। मीठी ईद के दिन सेवई खास पकवान होता है जिसकी वजह से इसे मीठी ईद कहा जाता है। रमजान के 30 रोज़े रखने के बाद ईद-उल-फितर मनाया जाता है। माना जाता है कि दुनिया में पहली बार मीठी ईद 624 ईस्वी में मनाई गई थी। ईद मनाने का मकसद हजरत मोहम्मद साहब का बद्र के युद्ध में विजय हासिल करना था। इस जीत की खुशी में लोगों ने मिठाईयां बांटी और जीत के दिन को ईद का दिन मुकर्रर किया।
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इस्लामी कलैंडर का नौवा महीना रमजान होता है जिसमें पूरे महीने रोजे रखे जाते हैं और दसवे महीने की पहली तारीख को ईद मनाई जाती है। इस्लाम धर्म के मुताबिक ईद का दिन इनाम और इकराम पाने का दिन है। मान्यता है कि अल्लाह ईद के दिन रमजान में इबादत करने वालो को इनाम बांटता है। बख्शीश और इनाम के दिन को ईद-उल-फितर का नाम दिया गया है। यह दिन हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की शिक्षाओं को याद करने का है। इस दिन की आप भी अपने दोस्तों और साथियों को बधाई दे सकते हैं।
रमजान के 30 रोज़े पूरे हो चुके हैं और देश के कोने-कोने में लोगों को अब चांद दिखने का इंतजार है। 30 रोजों के बाद चांद देखना वैसे एक रस्म भर रह गया है जिसे सभी मुसलमान देखते हैं और अपने खुदा से दुआएं मांगते हैं।
अहमदाबाद में शव्वाल अर्धचंद्र आज शाम 7 बजकर 45 मिनट पर देखे जाने की उम्मीद है।
कुरान के मुताबिक ईद मनाने से पहले मुसलमानों के लिए चांद देखना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि शरीयत में अपनी आंखों से देखने और गवाही से ही सुबूत का एतबार है।
मिर्जापुर में रात में करीब 8 बजकर 09 मिनट पर चांद दिखाई देगा...
मुजफ्फरनगर में रात में करीब 8 बजकर 38 मिनट पर चांद दिखाई देगा...
आजमगढ़ में रात में करीब 8 बजकर 08 मिनट पर चांद दिखाई देगा।
नोएडा में रात में करीब 8 बजकर 38 मिनट पर चांद दिखाई देगा।
दिल्ली में चांद दिखने का समय 7 बजकर 32 मिनट का है। जबकि नोएडा में 6 बजकर 32 मिनट पर चांद दिखने का अनुमान है।
कुरान के अनुसार जकात अल-फ़ितर को फ़ितराना या सदाक़त अल-फ़ितर भी कहा जाता है। यह ईद के दिन मुस्लिम समुदाय द्वारा दिया जाता है, जोकि एक तरह का धर्मार्थ दान होता है आपको बता दें कि लोग इसे ईद की नमाज से पहले देते हैं।
ईद-उल-फितर के मौके पर जम्मू कश्मीर, केरल और तमिलनाडु में कई जगहों पर मुस्लिमों ने सामूहिक नमाज अदा की।
समंदर को उसका किनारा मुबारक,चांद को सितारा मुबारक,फूलों को उसकी खुशबू मुबारक,दिल को उसका दिलदार मुबारक,आपको ईद का त्योहार मुबारक
ईद के दिन जकात-उल-फितर देना न भूलें। वहीं ईद की नमाज से पहले जकात-उल-फितर दिया जाता है।
ईद के दिन नशा नहीं करना चाहिए। क्योंकि मुस्लिम धर्म में नशे को हराम बताया गया है। वहीं इस दिन लड़ाई- झगड़ों से दूर रहना चाहिए। साथ ही किसी के साथ अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने ईद-उल-फ़ित्र के मौके पर जम्मू कश्मीर के नमाज अदा की... साथ ही कई समर्थक उनके साथ मौजूद थे...
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक्स पर ईद-उल-फ़ित्र की मुबारकबाद दी है। उन्होंने लिखा है कि ईद मुबारक! मैं ईद मनाने वाले सभी लोगों के लिए स्वास्थ्य, शांति और खुशी की कामना करता हूं।
ईद-उल-फितर देशभर में 1 1 अप्रैल को मनाई जाएगी, लेकिन जम्मू कश्मीर, केरल और तमिलनाडु में आज ही ईद मनाई जा रही है।
ईद के मद्देनजर राजधानी की मस्जिदों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। ईद की नमाज में जुटने वाली भीड़ के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।

मान्यता है कि अल्लाह ईद के दिन रमजान में इबादत करने वालों को इनाम बांटता है। बख्शीश और इनाम के दिन को ईद-उल-फितर का नाम दिया गया है।
ईद-उल-फितर को आम बोल चाल की भाषा में मीठी ईद भी कहा जाता है। मीठी ईद के दिन सेवई खास पकवान होता है जिसकी वजह से इसे मीठी ईद कहा जाता है। रमजान के 30 रोज़े रखने के बाद ईद-उल-फितर मनाया जाता है।
सऊदी अरब बल्कि संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, कतर, कुवैत, बहरीन, मिस्र, तुर्की, ईरान, यूनाइटेड किंगडम और मध्य पूर्व और पश्चिम के अन्य देशों में 10 अप्रैल को ईद मनाई जा रही है...