Eid-ul-Fitr 2019 Date in India, Saudi Arabia, UAE, Pakistan, Bangladesh: मुस्लिमों का सबसे पवित्र रमजान का महीना अब पूरा होने को है, संभवत: आज यानी मंगलवार (4 जून, 2019) रोजे का आखिरी दिन हो और गुरुवार को ईद-उल-फितर (मीठी ईद) की नमाज हो। दरअसल शव्वाल का चांद होने के साथ ही रमजान का महीना खत्म हो जाता है। इस्लामिक कैलेंडर में शव्वाल दसवां महीना होता है और रमजान नौवां महीना होता है। ऐसे में शव्वाल का चांद दिखने से साफ हो जाता है कि अगले दिन ईद होगी। कुछ मुस्लिम देशों में गुरुवार के दिन पवित्र त्योहार मनाया जाएगा। कतर न्यूज एजेंसी ने खबर दी है कि इस्लामिक देश में गुरुवार (5 जून, 2019) को ईद-उल-फितर का त्योहार होगा। सयुंक्त अरब अमीरात (UAE) में आज ईद मनाई जा रही है। यहां मून साइटिंग कमेटी की एक बैठक के बाद घोषणा की गई कि शव्वाल का महीना मंगलवार से शुरू हो रहा है। एक इस्लामिक वेबसाइट ने खबर दी है कि सऊदी अरब में भी आज ईद मनाई जा रही है। ऐसा इसलिए है चूंकि वहां चांद नजर आने की तस्दीक कर दी गई है। सऊदी अरब के लगभग सभी अखबारों भी इसकी तस्दीक की है।

Eid-ul-Fitr 2019 Moon Sighting India LIVE: watch Here

हालांकि पूर्व में सऊदी अरब के सुप्रीम कोर्ट ने ऐलान किया था कि जिसने भी ईद का चांद देखा वो कोर्ट में आकर इसकी गवाही दे। इन देशों में आज ईद होने एक वजह यह भी है कि सऊदी अरब के साथ कई मुस्लिम देशों में रमजान का महीना पांच मई से शुरू हुआ था। इस्लाम में लुनार (चंद्र) कैलेंडर होता है और इस कैलेंडर में एक महीना 29 या 30 दिनों का होता है। इस हिसाब से देखा जाए तो बहुत से मुस्लिमों देशों में आज ईद है। भारत के संदर्भ में बात करें तो यहां बुधवार (5 जून, 2019) को ईद हो सकती है। वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पहले ही घोषणा कर चुका है कि वहां ईद पांच जून को होगी। एक बांग्ला न्यूज वेबसाइट के मुताबिक बांग्लादेश में ईद का त्योहार 5 जून को मनाए जाने की पूरी संभावना है। इसके अलावा इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, थाईलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने भी बुधवार को ईद होने की घोषणा की है।

यहां आपको बता दें कि दुनियाभर के देशों में ईद की तारीख की घोषणआ करने के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं मगर ईद का त्योहार चांद देखकर ही मनाया जाता है। इसलिए पूरी दुनिया में एक ही दिन ईद नहीं मनाई जाती है। हालांकि दुनिया में इस त्योहार में एक या दो दिन का फर्क होता है। आमतौर पर यह फर्क महज 24 घंटे तक होता है। खास बात है कि कुछ देशों में चांद देखने की जिम्मेदार वहां के अधिकारियों की होती है, जिन्हें चांद देखने की जिम्मेदारी दी जाती है। इसके लिए बकायदा कमेटियों का गठन किया जाता है।