Shaniwar Ke Upay: वैदिक ज्योतिष में शनि देव को कर्मफल दाता और न्याय प्रदाता माना गया है। मतलब शनि देव व्यक्ति को कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। साथ ही शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या हर व्यक्ति के जीवन में जरूर आती है। इसमें शनि देव व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक कष्ट देते हैं। साथ ही जो व्यक्ति मजदूर, बुजुर्ग, गरीब, असहाय को कष्ट पहुंचाते हैं, उनको साढ़ेसाती और ढैय्या में ज्यादा कष्टों का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें कि अभी मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर साढ़ेसाती चल रही है। वहीं कर्क और वृश्चिक राशि के लोगों पर ढैय्या चल रही है। लेकिन ज्योतिष में साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कुछ उपायों का वर्णन मिलता है, जिनको करने से शनि दोष से मुक्ति मिल सकती है। आइए जानते हैं ये उपाय कौन से हैं…
काले कुत्ते को रोटी या रस्क खिलाएं
अगर आप शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से परेशान हों तो आप शनिवार के दिन काले कुत्ते को सरसों के तेल से चुपड़ी रोटी या रस्क खिलाएं। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और आप शनि देव के प्रकोप से बच सकते हैं।
शनि रक्षा स्त्रोत और चालीसा का पाठ करें
शनिवार को शनि मंंदिर में जाकर शनि प्रतिमा के सामने शनि चालीसा और शनि रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। ऐसा करने से आपको ढैय्या और साढ़ेसाती से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही आपके जरूरी काम बनने लगेंगे।
इस मंत्र का करें जाप
शनि देव के तांत्रिक मंत्र “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” का 108 बार जाप करें। इस मंत्र का जाप आप प्रतिदिन भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
भोलेनाथ की करें पूजा- अर्चना
शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत पाने के लिए आप भोलेनाथ की आराधना करें। साथ ही भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें। शिव आराधना से भी आपके कष्ट दूर होंगे।
करें इन चीजों का दान
शनिवार के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को काले तिल, सरसों का तेल, कंबल और कुछ दक्षिणा दान में दें। ऐसा करने से आपको शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा। साथ ही शनि दोष से भी मुक्ति मिलेगी।