Dhan Yog In Kundali: आज के समय हर किसी की चाहत होती है कि वह खूब पैसा कमाएं और अपनी हर इच्छा को आसानी से पूरा कर लें। इसी के कारण वह अधिक से अधिक पैसा कमाने के लिए कड़ी मेहनत करता है। लेकिन कई बार अधिक मेहनत करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा कई बार ग्रह दोष, दशा के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा ग्रहों की स्थिति का भी असर पड़ता है। जानिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किन राशियों को होती है सबसे ज्यादा धन कमाने की इच्छा।
इन लोगों के अंदर होती है सबसे अधिक अमीर बनने का लालसा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धन कमाने की सबसे ज्यादा इच्छा शुक्र, मंगल, चंद्र और सूर्य की राशियों को होता है। यह ग्रह काफी शुभ माने जाते हैं। अगर किसी जातक की कुंडली में इनकी स्थिति सही है, तो व्यक्ति को मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा, हर क्षेत्र में सफलता के साथ धन लाभ भी मिलता है। इन ग्रहों की राशियों की बात करें, तो शुक्र ग्रह की राशि वृषभ, मंगल की राशि वृश्चिक, सूर्य की सिंह राशि और चंद्र की कर्क राशि के जातकों को सबसे ज्यादा धन कमाने की लालसा होती है। इसके लिए धन-वैभव काफी जरूरी चीज लगती है। भौतिक सुख इसके जीवन में काफी मायने रखता है।
कैसे कुंडली में धन भाव का होना है जरूरी?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में अगर धन भाव होगा, तो व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता हासिल होने के साथ अपार धन लाभ हो सकता है। धन का संबंध दूसरे और आठवें भाव से होता है। जिनका स्वामी वृषभ और वृश्चिक राशि है। इसके अलावा नौवां, ग्याहरवां और बारहवें भाव का भाग्य होता है। इसी के आधार पर व्यक्ति के जीवन में कितना धन होगा। इस बारे में जाना जाता है।
जानिए कुंडली में कैसे बनता है धन योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर एक की कुंडली में धन का भाव अलग हो सकता है। जानिए आपकी कुंडली में धन का भाव है कि नहीं। इसके साथ ही ग्रहों की स्थिति के हिसाब से ये भी जाना जा सकता है कि व्यक्ति किस तरह से धन को कमाने वाला है।
- अगर कुंडली में सातवें भाव में मंगल या शनि बैठे हैं। इसके साथ ही ग्यारहवें भाव में शनि या राहु है तो जातक गलत तरीके से पैसा कमा सकता है।
- अगर कुंडली में चंद्रमा और मंगल एक साथ किसी भाव में स्थित हैं, तो इसे चंद्र मंगल योग कहा जाता है। यह भी धन योग का भाव माना जाता है।
- अगर कुंडली में गुरु दसवें या फिर ग्यारहवें भाव में, सूर्य और मंगल पांचवें भाव में हो, तो जातक को प्रशासनिक क्षमताओं के द्वारा धन लाभ मिलता है।
- अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल शुक्र के साथ युग्म में स्थित हैं, तो जातक को स्त्री पक्ष की ओर से धन लाभ मिल सकता है।
- अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल और गुरु की युति हो रही है, तो धन लाभ मिलता है।