Dhan Prapti Ke Upay : शनिदेव को बहुत कृपालु माना जाता है। कहते हैं कि शनिदेव अच्छे कर्मों का अच्छा फल और बुरे कर्मों का दण्ड देते हैं। वहीं, ऐसी मान्यता भी है कि शनिदेव बहुत दयावान भी हैं। कोई भी व्यक्ति अगर सच्चे मन से शनिदेव को याद कर उनके समक्ष अपनी कामना रखे तो शनिदेव उसकी मनोकामना पूरी करते हैं। माना जाता है कि धन प्राप्ति के लिए सबसे जल्दी शनिदेव ही पुकार सुनते हैं। ऐसी मान्यता भी है कि शनिवार की शाम कुछ उपाय करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और धन प्राप्ति के योग बनते हैं।

पहला उपाय: एक मटका लें, उसे ढाई किलो उड़द की दाल से भरें। साथ में उसमें कुछ सिक्के भी रखें। सिक्के इस तरह रखें कि ऊपर से दिखाई न दे। फिर ढाई मीटर काले रंग का कपड़ा लेकर मटके के ऊपरी हिस्से को ढक दें। इसके बाद शनिदेव को सच्चे मन से याद कर ओम शं शनिश्चराय नम: का 108 बार जाप करें। जाप करने के बाद शनिदेव से प्रार्थना करें कि उनकी कृपा से घर में धन आए। फिर यह मटका किसी कुष्ठरोगी या जरूरतमंद को दान कर दें।

दूसरा उपाय: पीपल के पेड़ का एक पत्ता लें। पत्ता तोड़े नहीं। जो पत्ता खुद ही पेड़ से टूटकर नीचे गिर जाते हैं, उस पत्ते का इस्तेमाल करें। शनिवार की शाम पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर ओम शं शनिश्चराय नम: का जाप करते हुए उस पत्ते पर लाल रंग के पेन या कुमकुम से अपनी कामना लिखें, कि हमारे घर में धन-धान्य की वृद्धि हो। फिर उस पत्ते को गोल मोड़कर कलावा से बांधें। शनिवार की रात 12 बजे से पहले इस पत्ते को किसी नदी में बहा दें। यह उपाय कारगर माना जाता है।

तीसरा उपाय: सात तरह का अनाज लें। ये वजन में सवा किलो, पांच किलो या सात किलो होने चाहिए। शनिवार की शाम इस अनाज के सामने बैठकर ओम प्रां प्रीं प्रों स: श्नैश्चराय नम: का एक माला जाप करें। एक हफ्ते तक रोज रात को अनाज के सामने बैठकर इस मंत्र को जपें। फिर अगला शनिवार आने पर यह अनाज पक्षियों के लिए डाल दें। साथ ही शनिदेव से प्रार्थना करें कि आपके घर में धन आगमन का योग बने।