ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्नों का मनुष्य की जिंदगी पर बहुत असर पड़ता है। रत्न शास्त्र में जिंदगी से जुड़ी तमाम समस्याओं को लेकर रत्न सुझाए गए हैं। अक्सर लोग पैसों की किल्लत, करियर में आ रही परेशानी, रिश्तों में खटास और सुख-समृद्धि के लिए रत्न धारण करते हैं। हर व्यक्ति चाहता है की उसे कभी भी धन संबंधी कोई परेशान ना हो, इसके लिए कुछ लोग कड़ी मेहनत भी करते हैं, लेकिन बावजूद इसके वह ऐशोआराम की जिंदगी नहीं जी पाते।
कई बार ऐसा होता है की खूब मेहनत करने के बाद भी पैसा ठहर नहीं पाता और वह खर्च हो जाता है। इसके लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे रत्नों का जिक्र किया गया है, जिन्हें धारण करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है। आज हम बात करेंगे सुनहला रत्न के बारे में-
सुनहला रत्न: जो लोग बेवजह धन हानि और आर्थिक नुकसान की समस्या से जूझ रहे हैं या जो लोग धन को संचित नहीं कर पाते, उन्हें सुनहला रत्न धारण करना चाहिए। जो लोग सुनहला रत्न धारण करते हैं, उन पर मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। ऐसे लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। साथ ही आपको लक्ष्य प्राप्ति में भी मदद मिलती है। हालांकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मनुष्य को अपनी राशि के अनुसार ही कोई भी रत्न धारण करना चाहिए, वरना आपको शुभ फल की जगह अशुभ परिणाम मिलना शुरू हो जाते हैं।
सुनहला रत्न के लाभ: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सुनहला रत्न पुखराज के उपरत्न के रूप में पहना जाता है। यह पीले रंग का होता है। इसे धारण करने से मान-सम्मान, ज्ञान और धन-दौलत में वृद्धि होती है। साथ ही करियर और व्यापार में भी यह लाभ देता है। व्यापार से जुड़े जिन लोगों को लगातार धन की हानि हो रही है, उन्हें ज्योतिषाचार्यों की सलाह पर सुनहला रत्न को धारण करना चाहिए।
मान्यता है की सुनहला रत्न को धारण करने से व्यक्ति अपने दिमाग का सही तरीके से इस्तेमाल कर पाता है, जिससे आर्थिक तंगी दूर हो जाती है। जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए भी सुनहला रत्न धारण करना शुभ माना गया है।