हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व का भक्तों को हमेशा इंतजार रहता है। नवरात्र आने पर पूरे देश में इसकी धूम दिखाई देती है। आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की पहली तिथि को शारदीय नवरात्र शुरू होता है। हिंदू त्योहारों में यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जो साल में दो बार मनाया जाता है। शारदीय नवरात्र के अलावा चैत्र नवरात्र हिंदू कैलेंडर के पहले ही महीने में मनाया जाता है। नवरात्रि के पावन अवसर पर लोग अपने परिजनों के साथ ही दोस्तों को भी शुभकामनाओं का संदेश भेजते हैं।
ऐसी मान्यता है कि लंका पर चढ़ाई करने से पहले भगवान राम ने शक्ति की अराधना की थी। तभी से नवरात्र की शुरुआत हुई। इसके ठीक दस दिनों के बाद दशहरा भी मनाने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की जीत तथा अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक के रूप में माना जाता है।
नवरात्र में श्रद्धालु 9 दिनों का व्रत रखते हैं। बहुत से लोग केवल नवरात्र के प्रथम दिन और 9वें दिन व्रत रखते हैं। इस दौरान लोग एक दूसरे को नवरात्र की बधाई भी देते हैं और मां दुर्गा से कुशल-मंगल की प्रार्थना भी करते हैं। आज हम आपके लिए कुछ ऐसे संदेश लेकर आए हैं जिन्हें आप अपने करीबियों को भेजकर दुर्गा-पूजा की शुभकामनाएं दे सकते हैं।
कुमकुम भरे कदमों से आएं मां दुर्गा आपके द्वार,
सुख संपत्ति मिले आपको अपार,
मेरी ओर से नवरात्र की शुभकामनाएं करें स्वीकार।
शुभ नवरात्रि
सारा जहां है जिसकी शरण में,
नमन है उस मां के चरण में,
हम हैं उस मां के चरणों की धूल,
आओ मिलकर मां को चढ़ाएं श्रद्धा के फूल।
शुभ नवरात्रि
Highlights
सारा जहां है जिसकी शरण में,
नमन है उस माँ के चरण में,
हम है उस माँ के चरणों की धूल,
आओ मिलकर माँ को चढ़ाएं श्रद्धा के फूल।
शुभ नवरात्रि।
मान्यता है कि नवरात्रि में माता दुर्गा की आराधना करने से बड़ी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं। और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। देवी मां के मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भींड़ लगी हुई है। और वह सिलसिला लगातार नौ दिन तक जारी रहेगा। कहते हैं कि नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करना बड़े ही सौभाग्य की बात होती है। आज हम आपके लिए दुर्गा मां के कुछ प्यारे भक्ति गीत और मधुर भजन लेकर आए हैं।पढ़ें रिपोर्ट
डायबिटीज से ग्रस्त लोगों का सवाल होता है कि क्या वे भी नवरात्रि व्रत रख सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए उपवास का कोई निषेध नहीं है। वह भी व्रत रख सकते हैं लेकिन उन्हें व्रत रखते समय खास तरह की सावधानी बरतनी होती है। दरअसल, नवरात्र व्रत के दौरान अनाज, मांस, प्याज, लहसुन, शराब इत्यादि का सेवन पूरी तरह से वर्जित होता है। इसके अलावा साधारण नमक का सेवन भी नहीं करना होता है। इसके बजाय सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में डायबिटीज रोगी कुछ खास बातों को ध्यान में रखकर नवरात्र व्रत रख सकते हैं। जानिए वह बातें।
आश्विन मास में होने वाला यह नवरात्र पूर्वी और उत्तरी भारत में पूरे धूमधाम के साथ मनाया जाता है। खासकर पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में यह बेहद लोकप्रिय है। इस दौरान 10 दिनों तक उत्सवी माहौल रहता है।
मां के भक्त नवरात्रि में नौ दिनों तक व्रत रखते हैं। कुछ लोग नवरात्रि के पहले और आखिरी दिन उपवास करते हैं। मालूम हो कि नवरात्रि में व्रत रखने के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखने के लिए कहा गया है। जानें ऐसी ही सात बातें
देश भर के पूजा-पंडालों मां की मूर्ति और पूजा-अर्चना को लेकर तैयारियां चल रही हैं। जगह-जगह बज रहे भक्ति गीतों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है। भोजपुरी भक्ति गीतों की धूम भी कई जगहों पर देखने को मिल रही है। भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव का एक भोजपुरी भक्ति गीत इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुआ है। देखें रिपोर्ट
नवरात्र में रंगों का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है जो लोग इस दौरान दिन के हिसाब से विशेष रंग के कपड़े पहनता है तो उसको विशेष लाभ मिलता है। नौ दिनों में नौ रंगों के कपड़े पहनने और मां के नौ रूपों की पूजा करने से व्यक्ति की मनोकामना पूरी हो सकती है। क्लिक कर जानिए दिन के हिसाब से नवरात्र में किस रंग के कपड़े पहनें।
शारदीय नवरात्र बुधवार, 10 अक्टूबर से शुरू हो गए। इस दौरान मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रुपों की पूजा की जाती है। इस साल नवरात्रों द्वितीय तिथि का क्षय हो रहा है जबकि पंचमी तिथि की वृद्धि हो रही है। इस वर्ष नवरात्र पूरे हैं। मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए नौ दिन भक्त विधि-विधान से पूजा-आराधना करते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार नवरात्रि आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होकर विजयादशमी की पहली नवमी तक चलती है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट
नवरात्र में पूजा और व्रत का खास महत्व है। मान्यता है कि मां दुर्गा की पूजा से सुख, शांति और खुशहाली प्राप्ति होती है। मां अपने अन्य हर रुप में फलदायी होती है। नवरात्रि में व्रत करने वालों को मां की विशेष कृपा प्राप्ति होती है। व्रत रखकर मां की पूजा-अराधना से पहले यह जरूरी है कि हम व्रत के नियम और विधि के बारे में अच्छी तरह से जान लें। पढ़ें क्या है व्रत की सही विधि
नवरात्रि देश भर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन बंगाल का दुर्गा पूजा समारोह सबसे ज्यादा चर्चित रहता है। यहां बड़े-बड़े पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित पूरे उत्तर प्रदेश में भी यह बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जाने वाला त्योहार है।
शारदीय नवरात्र में कलश स्थापना का विशेष महत्व बताया गया है। नवरात्र के पहले दिन ही कलश स्थापना का विधान है। यानी कि इस साल 10 अक्टूबर, दिन बुधवार को कलश स्थापना की जाएगी। हिंदू कैलेंडर के मुताबिक कलश स्थापना मुहूर्त प्रतिपदा तिथि को किया जाता है। यह चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग में संपन्न होता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट
लाल रंग की चुनरी से सजा माता रानी का दरबार। हर्षित है मन और पुलकित है सारा संसार।
अपने पावन चरणों से मां आए आपके द्वार शुभ और मंगलमय हो या नवरात्र का त्योहार।
शुभ नवरात्रि।
संभालती भी तुम हो
संवारती भी तुम हो
ज़िन्दगी को मेरी
पटरी पे लाती हो
वो भी मा तुम हो
जीवन को दोराहों से
निकलने वाली
सबकी बिगड़ी
बनाने वाली
जय हो मां शेरावाली
सुबह सुबह लो मां का नाम
पूरे होंगे अधूरे बिगड़े काम
जय माता दी!
नवरात्रि नहीं है ये,
जीवन को पावन करने का
सुनहरा अवसर है,
मां के चरणों में
जाने को मन आतुर है।
चाहे हो राजा,या हो रंक,
बस चले आओ जयकारा लगाते हुए,
मां अम्बे देती है सबको शरण।
जय माता दी!
किस्से कहानी
बन जाएंगे हम भी कभी
रहमत है तेरी मां
पास होती है तू
तो जीने में जुनून आता है
ज़िन्दगी गर
दोराहे से गुजरती है
वो चौखट ही है तेरी मां
जहां यह दिल सुकून पाता है।
जय माता दी!
माता दुर्गा को शक्ति की अधिष्ठीत्री कहा जाता है। दुर्गा जी की उपासना का महापर्व 10 अक्टूबर, बुधवार से आरंभ हो रहा है। हिंदू पंचांग के मुताबिक शारदीय नवरात्र आश्विन शुक्ल मास की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक रहता है। बता दें कि दुर्गा मां की आराधना का पर्व साल में कुल चार बार आता है। लेकिन इसमें दो अवसरों को ही अत्यन्त शुभकारी माना गया है। प्रथम नवरात्रि चैत्र मास में शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होकर रामनवमी तक चलती है। वहीं, शारदीय नवरात्र आश्विन माह की शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होकर विजयदशमी के दिन तक रहती है। इन्हें महानवरात्रि भी कहा जाता है। नवरात्रि पर लोग पूजा के समय व्रत कथा का पाठ भी करते हैं। पढ़ें व्रत कथा
माता तेरे चरणों मे
भेंट हम चढ़ाते हैं
कभी नारियल तो
कभी फूल चढ़ाते हैं
और झोलियाँ भर भर के
तेरे दर से लाते हैं
जय माता दी। जय अम्बे गौरी।
ज्योति से तेरी माँ जग में उजाला,
ज्योति से तेरी माँ जग में उजाला,
तू ही माता वैष्णो तू ही मात ज्वाला,
ओ शेरोवाली माँ पहाड़ावाली माँ,
ओ नैनादेवी माँ ओ कैलादेवी माँ,
तेरी महिमा निराली ओ शेरावाली माँ,
दर पे आए सवाली ओ शेरावाली माँ।।
जय माता दी!
माँ लक्ष्मी का हाथ हो, सरस्वती का साथ हो, गणेश का निवास हो, और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से,आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो जय माता दी।
सारा जहां है जिसकी शरण में,
नमन है उस माता के चरण में,
बने उस माता के चरणों की धूल,
आओ मिल कर चढ़ाएं श्रद्धा के फूल।
जय माता दी!
सारा जहां है जिसकी शरण में, नमन है उस मां के चरण में, हम हैं उस मां के चरणों की धूल, आओ मिलकर मां को चढ़ाएं श्रद्धा के फूल। शुभ नवरात्रि
कुमकुम भरे कदमों से आएं मां दुर्गा आपके द्वार, सुख संपत्ति मिले आपको अपार, मेरी ओर से नवरात्र की शुभकामनाएं करें स्वीकार। शुभ नवरात्रि
देवी मां के कदम आपके घर में आयें, आप ख़ुशी से नहायें, परेशानियाँ आपसे आंखें चुरायें, नवरात्रि की आपको ढेरों शुभकामनाएं। शुभ नवरात्रि।
मां की ज्योति से प्रेम मिलता है,
सबके दिलों को मर्म मिलता है,
जो भी जाता है मां के द्वार,
कुछ न कुछ जरूर मिलता है।
शुभ नवरात्रि।
SHUBH NAVRATRI !!
माँ दुर्गा आपको अपनी 9 भुजाओं से :बल , बुद्धि , ऐश्वर्या , सुख , स्वास्थ्य , शान्ति , यश , निरभीखता , सम्पन्नता , प्रदान करें।
सारा जहां है जिसकी शरण में, नमन है उस माँ के चरण में, हम है उस माँ के चरणों की धूल, आओ मिलकर माँ को चढ़ाएं श्रद्धा के फूल। शुभ नवरात्रि।
जब जब याद किया तुझे ए मां तूने आंचल में अपने आसरा दिया, कलयुगी इस जहां में, एक तूने ही सहारा दिया।- शुभ नवरात्रि
(Designed by Rajan Sharma)
नवरात्री के इस पावन पर्व पर मां नैना देवी आप के नैनो की रक्षा करे, मां चिंतपूर्णी आप की सभी चिंता दूर करे, मां कामना देवी आपकी सभी मनोकामना पूरी करे। हैप्पी नवरात्रि!
मां दुर्गा आपको अपनी 9 भुजाओं से :बल , बुद्धि , ऐश्वर्या , सुख , स्वास्थ्य , शान्ति , यश , निरभीखता , सम्पन्नता , प्रदान करें। शुभ नवरात्रि
(Designed by Rajan Sharma)
हो जाओ तैयार, मां अम्बे आने वाली हैं, सजा लो दरबार माँ अम्बे आने वाली हैं। मुबारक हो आपको नवरात्रि का ये पावन त्योहार!
(Designed by Rajan Sharma)
तन, मन और जीवन हो जायेगा पावन, मां के कदमो की आहट से, गूंज उठेगा आंगन। हैप्पी नवरात्रि!
(Designed by Rajan Sharma)
माता आई है, खुशियों का भण्डार लाई है, सच्चे दिल से तो मांग कर देखो, मां की तरफ से कभी ना नहीं होगी, तो प्रेम से बोलो... जय माता दी
मां की आराधना का ये पर्व है, मां के नौ रूपों की भक्ति का पर्व है, बिगड़े काम बनाने का पर्व है, भक्ति का दिया दिल में जलाने का पर्व है।- मुबारक हो आपको नवरात्री का त्यौहार
लाल रंग की चुनरी से सजा मां का दरबार, हर्षित हुआ मन, पुलकित हुआ संसार, नन्हे नन्हे कदमों से मां आये आपके द्वार।- जय माता दी
लक्ष्मी का हाथ हो, सरस्वती का साथ हो, गणेश का निवास हो, और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो। मुबारक हो आपको नवरात्री का त्यौहार
जिंदगी की हर तमन्ना हो पूरी, कोई भी आरजू ना रहे अधूरी, करते हैं हाथ जोड़कर मां दुर्गा से यही विनती कि आपकी हर मनोकामना हो पूरी- शुभ नवरात्रि
देवी के कदम आपके घर में आएं, आप खुशहाली से नहाएं, परेशानियां आपसे आंखें चुराए। आपको नवरात्रि की ढेरों शुभकामनाएं
जगत पालन हार है मां, मुक्ति का धाम है मां! हमारी भक्ति के आधार है मां, हम सब की रक्षा की अवतार है मां… जय माता दी !!
कुमकुम भरे कदमों से आए मां दुर्गा आपके द्वार, सुख संपत्ति मिले आपको अपार, हमारी ओर से नवरात्रि की शुभ कामनाएं करें स्वीकार। शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं।
ये सारा जहां है इस मां की शरण में, तो नमन है इस मां के चरणों में, हम सब हैं इस मां के चरणों की धूल, आइए चढ़ाएं अपनी भक्ति और श्रद्धा के फूल - शुभ नवरात्रि
माता सबको दुलारती, कष्टों से उबारती, सब करते हैं आरती, जय माता रानी की। शुभ शारदीय नवरात्र
ये जगत की पालनहार है मां। ये मुक्ति का धाम भी है मां। भक्तों की भक्ति का आधार है मां। हमारी रक्षा का आधार है तू मां। शुभ नवरात्रि