अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट मंगलवार (7 मई) को खोल दिए गए। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने दोनों धाम के दर्शन किए। बताया जा रहा है कि दोनों धाम के कपाट पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना के बाद खोले गए। बता दें पिछले साल 3.8 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने गंगोत्री और 3.6 लाख श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए थे।
जयकारे लगाकर लोगों ने किए दर्शनः गंगोत्री मंदिर समिति अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि श्रदालुओं ने जयकारे लगाते हुए दोनों धाम के दर्शन किए। श्रद्धालु भैरोंघाटी में पूरी रात भजन-कीर्तन में डूबे रहे। सेमवाल ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था भी गई थी। मुहूर्त के मुताबिक, मंगलवार सुबह 11:30 बजे गंगोत्री मंदिर के कपाट खोले गए। साथ ही, विविधत पूजा-अर्चना की गई। वहीं, यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 1:15 बजे खोले गए। इस दौरान गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर को फूलों से सजाया गया था। बता दें कि उत्तराखंड के चारों धाम की हिंदू समाज में काफी मान्यता है। इन चार धाम में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं।
National Hindi News, 08 May 2019 LIVE Updates: दिनभर की खबरें जानने के लिए यहां क्लिक करें
इन दिन खुलेंगे बद्रीनाथ-केदारनाथ के कपाट: केदारनाथ धाम के कपाट 9 मई और बद्रीनाथ के कपाट 10 मई को खोल दिए जाएंगे। गुरुवार (9 मई) की सुबह 5:35 बजे बाबा केदार के कपाट दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके चलते श्रद्धालु अभी से तीर्थस्थल पर जुटने लगे हैं। बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर समिति जुड़े अधिकारी कपाट खुलने से पहले की तैयारियों में जुट गए हैं। बता दें कि चारधाम यात्रा का तीसरा पड़ाव केदारनाथ चौथा पड़ाव बद्रीनाथ माना जाता है। यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ धाम के दर्शन करने के बाद बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने की परंपरा है।