Acharya Chanakya: महान अर्थशास्त्री और बुद्धिमत्ता के धनी आचार्य चाणक्य अपनी नीतियों को लेकर काफी प्रसिद्ध हैं। आचार्य चाणक्य को समाज की गहराई से समझ थी, इसलिए उन्होंने एक नीति शास्त्र की रचना की, जिसमें उन्होंने लोगों को खुशहाल, सफल और सम्मानजनक जिंदगी जीने के तरीके बताएं हैं। चाणक्य जी की नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक मानी जाती है। मान्यता है कि जो व्यक्ति उनकी नीतियों का अनुसरण कर ले, उन्हें अपने जीवन में कभी भी असफलता का सामना नहीं करना पड़ता।
यहां आप जानेंगे चाणक्य की उस नीति के बारे में जिसमें व्यक्ति की कुछ ऐसी बुरी आदतों का जिक्र किया गया है जिनके होने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त नहीं हो पाता। इसलिए इन बुरी आदतों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
समय की कीमत समझनी चाहिए:
कहते हैं समय किसी के लिए नहीं रूकता। जो समय चला गया वो फिर वापस नहीं आता। इसलिए व्यक्ति को समय के कीमत समझनी चाहिए। जीवन में उन्हीं लोगों को सफलता हासिल होती है जो समय की कीमत समझते हैं। किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति तभी होती है जब मनुष्य समय पर सही निर्णय लेता है। जो व्यक्ति समय का सदुपयोग करते हैं वो अपने लक्ष्यों को आसानी से पूरा कर पाते हैं। ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है।
आलस्य मनुष्य का दुश्मन होता है:
चाणक्य नीति में आलस्य को भी मनुष्य की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा बताया है। जो व्यक्ति आलस करता है वो अवसरों का लाभ उठाने से चूक जाता है। आलसी व्यक्ति समय से कोई काम पूरा नहीं कर पाता जिस कारण इन्हें सफलता मिलने में भी काफी देरी हो जाती है। इसलिए आलस्य से दूर रहना चाहिए। आपने देखा होगा मनुष्य का आलस्य की वजह से कई बार बड़ा नुकसान हो जाता है। इसलिए उसे जीवन में कभी आलस्य नहीं करना चाहिए। वहीं मां लक्ष्मी की भी उन्हीं लोगों पर कृपा बरसती है जो आलस्य से दूर रहते हैं।
मेहनत करने से नहीं घबराना चाहिए:
चाणक्य नीति कहती है जो लोग मेहनत करने से घबराते हैं उन्हें भी सफलता प्राप्त नहीं होती। ऐसे लोगों के पास धन का सदैव अभाव बना रहता है। क्योंकि मेहनत के बिना सफलता संभव नहीं है। इसलिए मेहनत करें। वहीं अगर आपको जीवन में सफल होना है तो मेहनत तो करनी ही होगी। क्योंकि बिना मेहनत के आज सफल हो ही नहीं सकते। (यह भी पढ़ें)- Chanakya Niti: इन लोगों को परेशान करने से रूठ सकतीं हैं मां लक्ष्मी, जानिये क्या कहती है चाणक्य नीति
नशे से रहना चाहिए दूर:
चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को हमेशा नशे से दूर रहना चाहिए। क्योंकि किसी भी प्रकार का नशा हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारे मस्तिष्क को भी प्रभावित करता है। जिससे व्यक्ति कुशल श्रम का प्रदर्शन नहीं कर पाता। नशे की लत में सही गलत की पहचान नहीं रहती। साथ ही नशा करने से हमारा शरीर भी बेकार हो जाता है और फिर हम पर किसी भी तरह की मेहनत और श्रम होता ही नहीं है। मां लक्ष्मी भी ऐसे लोगों पर अपनी कृपा नहीं बरसाती हैं। (यह भी पढ़ें)- किसी से भूलकर भी ना करें इन 5 बातों का जिक्र, नहीं तो हो सकता है नुकसान, जानिये क्या कहती है चाणक्य नीति