Devkinandan Thakur Ke Bhajan, Song, Pravachan: वृन्दावन के भागवत कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर समेत करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने और महिला के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही दोनों के साथ मारपीट भी की और किसी तरह की कानूनी कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जानते हैं कौन है देवकीनंदन ठाकुर: देवकीनंदन ठाकुर हिंदू पुराण कथावाचक, गायक और आध्यात्मिक गुरु हैं। 1997 से ये श्रीमद भागवत कथा, श्री राम कथा, देवी भागवत, शिव कथा, भगवत गीता इत्यादि पर प्रवचन दे रहे हैं। 2015 में इन्हें यूपी रतन पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। इंटरनेट पर मिली जानकारी के अनुसार देवकीनंदन ठाकुर का जन्म 12 सितम्बर 1978 को उत्तर प्रदेश के मथुरा के ओहावा गाँव में हुआ था। कहा जाता है कि मात्र 6 साल की उम्र में वह घर छोड़कर वृंदावन पहुंच गये और ब्रज के रासलीला संस्थान में हिस्सा लिया।
कहा जाता है कि 13 साल की उम्र में उन्होंने श्रीमद्भागवतपुराण कंठस्थ कर लिया था। 18 साल की उम्र में दिल्ली के श्रीराममंदिर में श्रीमदभागवत महापुराण के उपदेश लोगों को दिए। ये अभी तक हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड, मलेशिया, डेनमार्क, स्वीडन, नॉर्वे और हॉलैंड जैसी जगहों में अपने कथाएं सुना चुके हैं। इन्होंने विश्व में शांति के लिए सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की। इनकी विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट का उद्देश्य सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से क्षेत्र की हवा में खुशी को बनाए रखना है। श्री ब्राह्मण महासंघ ने परम पूज्य श्री देवकीनन्दन ठाकुरजी महाराज को अचार्यिंद्र के पद के साथ सम्मानित किया है।
इनके संकीर्तन में बड़ी संख्या में भक्त भाग लेते हैं। श्री देवकीनन्दन को ठाकुरजी महाराज के लोकप्रिय नाम से जाना जाता है। ये श्री राधा सर्वेश्वरजी के बहुत बड़े भक्त हैं। 2001 में पहली बार ये देश से बाहर अपनी कथा के लिए गए।