Emerald Benefits and Effects: वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना गया है। साथ ही बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं। साथ ही यह बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता, व्यापार, करियर और मित्र के कारक माने जाते हैं। वहीं बुध ग्रह का रत्न पन्ना है। पन्ना रत्न हरे रंग का होता है। साथ ही पन्ना रत्न पहनने से व्यापार और करियर में तरक्की मिलने की मान्यता है। लेकिन अगर कुंडली में बुध ग्रह नीच का विराजमान हो तो पन्ना रत्न धारण नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं पन्ना धारण की विधि और लाभ…
पन्ना पहनने के लाभ
पन्ना पहनने से करियर और व्यापार में तरक्की मिलने की मान्यता है। क्योंकि व्यापार के बुध ग्रह कारक हैं। इसलिए जो लोग व्यापार करते हैं और उनकी कुंडली में बुध ग्रह शुभ स्थित हैं उनको पन्ना धारण करना चाहिए। वहीं वहीं जो लोग मीडिया, संगीत, गणित और फिल्म लाइन से जुड़े हुए हैं, वो लोग पन्ना धारण कर सकते हैं।
साथ ही जो लोग तोतले या उनका उच्चारण सही नहीं होता है, ऐसे लोग भी पन्ना धारण कर सकते हैं। क्योंकि वाणी से संबंधित रोग बुध देव ही देते हैं। वहीं जो लोग गणित विषय में कमजोर हैं, वो लोग भी पन्ना धारण कर सकते हैं। पन्ना पहनने से व्यक्ति अच्छा वक्ता बनता है। साथ ही उसकी बुद्धि तार्किक होती है। पन्ना के साथ मूंगा नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि बुध ग्रह की मंगल ग्रह के साथ शत्रुता है। वहीं पन्ना के नीलम और माणिक्य धारण कर सकते हैं।
इस विधि से करें धारण
पन्ना सबसे अच्छी क्वालटी का बैंकॉक और सीलोन का आता है। साथ ही पन्ना कम से कम सवा 7 से सवा 8 रत्ती का धारण करना चाहिए। साथ ही पन्ना सोने के धातु में पहनना शुभ माना जाता है। वहीं पन्ना हाथ की सबसे छोटी ऊंगली (कनिष्ठा) में धारण किया जाता है। पन्ना को बुधवार की सुबह धारण करना चाहिए। साथ ही धारण करने से पहले अंगूठी को गाय के कच्चे दूध और गंगाजल से शुद्ध कर लें। वहीं ऊं बुं बुधाय नमः मंत्र का 108 बार जाप कर धारण कर लें और इसके बाद अंगूठी को धारण कर लें।